Bangladesh Election: बांग्लादेश चुनाव में पीएम शेख हसीना की शानदार जीत, विरोधी उम्मीदवार को मिले केवल 469 वोट
Sheikh Hasina Wins: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने निर्वाचन क्षेत्र से शानदार जीत दर्ज की है. रुझानों के अनुसार, उनकी पार्टी आवामी लीग ज्यादातर सीटों पर बढ़त बनाए हुए है.
Bangladesh Election 2024: बांग्लादेश में रविवार (7 जनवरी) को हुए आम चुनाव में प्रधानमंत्री और आवामी लीग की प्रमुख शेख हसीना गोपालगंज-3 संसदीय सीट से शानदार जीत दर्ज की है. बीडीन्यूज 24 की खबर के मुताबिक, 76 वर्षीय शेख हसीना को 249,965 वोट मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी और बांग्लादेश सुप्रीम पार्टी के एम निजाम उद्दीन लश्कर को महज 469 वोट ही मिले. गोपालगंज उपायुक्त और चुनाव अधिकारी काजी महबुबूल आलम ने नतीजे की घोषणा की.
शेख हसीना ने 1986 से आठ बार गोपालगंज-3 सीट पर जीत हासिल की है. प्रधानमंत्री हसीना लगातार चौथा कार्यकाल हासिल करने वाली हैं. उनका अब तक का यह पांचवां कार्यकाल होगा. हसीना 2009 से बांग्लादेश में शासन कर रही हैं. अब तक के रुझानों के अनुसार, अवामी लीग के उम्मीदवार ज्यादातार सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं.
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मतदान शुरू होने के तुरंत बाद ढाका सिटी कॉलेज मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला था. इस दौरान उनकी बेटी साइमा वाजिद भी उनके साथ थीं. उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी बीएनपी-जमात-ए-इस्लामी गठबंधन लोकतंत्र में यकीन नहीं रखता है.
भारत हमारा भरोसेमंद मित्र है- शेख हसीना
हसीना ने एक सवाल के जवाब में पत्रकारों से कहा कि भारत, बांग्लादेश का ‘भरोसेमंद मित्र’ है. उन्होंने कहा, ‘‘हम बहुत सौभाग्यशाली हैं... भारत हमारा भरोसेमंद मित्र है. मुक्ति संग्राम (1971) के दौरान, 1975 के बाद उन्होंने न केवल हमारा समर्थन किया, जब हमने अपना पूरा परिवार- पिता, मां, भाई, हर कोई (सैन्य तख्तापलट में) खो दिया था और केवल हम दो (हसीना और उनकी छोटी बहन रिहाना) बचे थे... उन्होंने हमें शरण भी दी. इसलिए हम भारत के लोगों को शुभकामनाएं देते हैं.’’
बीएनपी और उसके सहयोगी दलों ने किया है चुनाव का बहिष्कार
इससे पहले रविवार को आम चुनाव के लिए मतदान के दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाएं भी सामने आईं. बांग्लादेश में मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) और उसके सहयोगी दलों ने चुनाव का बहिष्कार किया है. मतदान समाप्त होने के बाद रविवार को ही मतगणना शुरू हुई. मुख्य निर्वाचन आयुक्त काजी हबीबुल अवल ने बताया कि शुरुआती अनुमान के मुताबिक मतदान लगभग 40 प्रतिशत था, लेकिन अभी यह आंकड़ा बदल सकता है.
सोमवार (8 जनवरी) सुबह तक साफ हो जाएगी तस्वीर
निर्वाचन आयोग ने बताया कि 12वें संसदीय चुनाव में अपराह्न तीन बजे तक 27.15 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. वर्ष 2018 के आम चुनाव में कुल मिलाकर 80 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था. निर्वाचन आयोग के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘मतदान शाम चार बजे समाप्त हो गया और मतगणना शुरू हो गई.’’ उन्होंने बताया कि नतीजे सोमवार तड़के तक आने की उम्मीद है.
प्रवक्ता ने कहा कि अनियमितताओं को लेकर सात मतदान केंद्रों पर मतदान स्थगित कर दिया गया है. प्रवक्ता ने कहा कि हिंसा की कुछ छिटपुट घटनाओं के अलावा, 300 में से 299 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा. एक उम्मीदवार के निधन के कारण एक सीट पर मतदान बाद में कराया जाएगा. अखबार ‘ढाका ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार शुरुआती नतीजों से पता चलता है कि अवामी लीग चुनावी दौड़ में आगे है.
खबर के अनुसार, अवामी लीग ने अब तक अनौपचारिक रूप से 10 निर्वाचन क्षेत्रों में जीत हासिल की है. खबरों के अनुसार, नरसिंगडी में एक और नारायणगंज में दो मतदान केंद्रों पर मतदान रद्द कर दिया गया. निर्वाचन आयोग ने नरसिंगडी में चुनावी धांधली के आरोपों पर उद्योग मंत्री नुरुल माजिद महमूद हुमायूं के बेटे को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है.
दो उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच झड़प के दौरान चली गोलियां
खबरों के अनुसार चट्टोग्राम-10 सीट से चुनाव लड़ रहे दो उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच झड़प के दौरान गोलियां चलाई गईं. दो लोगों 24 वर्षीय शांतो बरुआ और 35 वर्षीय जमाल को गोली मार दी गई और उन्हें चट्टोग्राम मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया. जमालपुर के शरीशाबाड़ी में एक मतदान केंद्र पर अवामी लीग के उम्मीदवार और एक निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थकों के बीच झड़प के बाद दो लोग घायल हो गए. ढाका के हजारीबाग में एक मतदान केंद्र के पास दो देशी बम विस्फोट होने से एक बच्चे सहित चार लोग घायल हो गए.
भारत के तीन पर्यवेक्षक भी कर रहे चुनाव की निगरानी
देश के निर्वाचन आयोग के अनुसार, 42,000 से ज्यादा मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ. चुनाव में 27 राजनीतिक दलों के 1,500 से ज्यादा उम्मीदवार मैदान में हैं और उनके अलावा 436 निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं. भारत के तीन पर्यवेक्षकों समेत 100 से ज्यादा विदेशी पर्यवेक्षक 12वें आम चुनाव की निगरानी कर रहे हैं. मतदान के दौरान कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों और सुरक्षाबलों के 7.5 लाख से ज्यादा सदस्य तैनात किए गए हैं.
(भाषा इनपुट के साथ)
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