Bangladesh Election: बांग्लादेश में रविवार (07 जनवरी) को हिंसा के बीच आम चुनाव हुए. भारतीय समय के अनुसार, मतदान सुबह 7:30 बजे शुरू हुए, जो कि शाम 4 बजे समाप्त हो गया. पड़ोसी देश में चीफ इलेक्शन कमिश्नर के अनुसार, करीब 40% वोटिंग हुई. मुख्य विपक्षी पार्टी के चुनाव में बहिष्कार किए जाने की वजह से सत्ताधारी अवामी लीग की जीत तय मानी जा रही है.


बांग्लादेश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी यानी बीएनपी का आरोप है कि हसीना के नेतृत्व में निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकते. ऐसे में विपक्ष ने शेख हसीना से पद छोड़ने और कार्यवाहक सरकार की देखरेख में चुनाव कराने की मांग की थी. उधर, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने लोगों से वोट डालने की अपील करते हुए कहा कि बीएनपी एक आतंकी संगठन है. उन्होंने जनता से वोट डालकर लोकतंत्र में अपना विश्वास दिखाने की अपील की. हालांकि उनकी अपील का बहुत असर नहीं हुआ. 


अमेरिका समेत पश्चिमी देशों ने की थी निष्पक्ष चुनाव की अपील 


बांग्लादेश के परिधान उद्योग के प्रमुख ग्राहक संयुक्त राज्य अमेरिका और पश्चिमी देशों ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की अपील की थी. मालूम हो कि 1971 में पाकिस्तान से आजादी के बाद बांग्लादेश में यह 12वां चुनाव था. चुनाव आयोग ने कहा कि 2018 में पिछले चुनाव में कुल मतदान 80% से अधिक था. ऐसे में इस बार वोटिंग में बेहद गिरावट दर्ज की गई है. आयोग के सचिव जहांगीर आलम ने बताया कि अनियमितता के कारण तीन केंद्रों पर मतदान रद्द कर दिया गया. 


बीएनपी पिछले तीन में से दो बार कर चुकी है चुनाव का बहिष्कार 


पिछले तीन चुनावों में से दूसरे चुनाव का बहिष्कार करने वाली बीएनपी ने दावा किया कि हसीना की पार्टी दिखावटी वोट को वैध बनाने की कोशिश कर रही है. रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश में वोटों की गिनती शुरू हो गई है और शेख हसीना की अवामी लीग बड़ी जीत की तरफ बढ़ रही है. ऐसे में शेख हसीना का एक बार फिर प्रधानमंत्री बनना तय माना जा रहा है. मालूम हो कि कल (सोमवार 8 जनवरी 2024) को दोपहर तक नतीजे आ सकते हैं.


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