Sheikh Hasina on Bangladesh Situation : बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद अवामी लीग की नेता और पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश की वर्तमान स्थिति को लेकर गुरुवार (28 नवंबर) पहली बार खुलकर बात रखी है. शेख हसीना ने गिरफ्तार किए गए इस्कॉन नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को बिना देरी के रिहा करने का आह्वान किया है.
अवामी लीग की ओर से जारी एक बयान में शेख हसीना ने कहा कि सनातन धर्म समुदाय के एक शीर्ष नेता को अन्यायपूर्व रूप से गिरफ्तार किया गया है. उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए. चटगांव में एक मंदिर को जला दिया गया है. इससे पहले अहमदिया समुदाय की मस्जिदों, मजारों, चर्च, मठों और घरों पर भी हमले किए गए, तोडफोड़ की गई. लूटपाट की गई और उन्हें जला दिया गया.
उन्होंने आगे कहा कि आज देश में शिक्षक, वकील, नेता सभी पर हमले किए जा रहे हैं. सभी समुदायों की धार्मिक स्वतंत्रता और जानमाल की सुरक्षा की जानी चाहिए.
वकील की हत्या पर शेख हसीना ने क्या कहा?
शेख हसीना ने मंगलवार (26 नंवबर) को चटगांव में भड़की सांप्रदायिक झड़प में एक सहायक सरकारी वकील की हत्या की निंदा की. उन्होंने कहा कि एक वकील अपने पेशेवर कर्तव्यों को निभाने के लिए गया था और उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. वकील की हत्या करने वाले आतंकवादी है और इस हत्या में शामिल लोगों को ढ़ूंढ़कर उन्हें जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में खड़ा कर उन्हें सजा देनी चाहिए.
मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार की लगा दी क्लास
शेख हसीना ने बांग्लादेश में जारी हिंसा और हिंदू और अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार की निंदा की है. शेख हसीना ने कहा कि अगर असंवैधानिक रूप से देश की सत्ता हथियाने वाली यूनुस सरकार इन आतंकवादियों को सजा देने में विफल रहती है, तो उन्हें मानवाधिकार उल्लंघर के लिए भी सजा भुगतनी पड़ेगी. मैं देश के लोगों से इस तरह के आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ एकजूट होने की अपील करती हूं.
यह भी पढ़ेंः बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा पर भड़कीं बसपा चीफ, NDA सरकार से की ये मांग