देश को जिन्होंने दिलाई थी आजादी, अब उन्हें ही शर्मशार कर रहा बांग्लादेश, पहनाई जूतों की माला
Awami League React : वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग ने इसे अपमानजनक घटना बताया है. पार्टी ने कहा कि यह बांग्लादेश की गरिमा और इतिहास पर सीधा हमला है.
Viral Video of Bangladesh : एक वक्त था जब बांग्लादेश को आजादी दिलाने के लिए स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी जान लगाकर देश के लिए लड़ाई लड़ी थी. आज उन्हीं स्वतंत्रता सेनानियों के साथ बांग्लादेश में अन्याय हो रहा है. देश में शेख हसीना के तख्तापलट के बाद जब से मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने सत्ता संभाली है तब से देश में अवामी लीग और शेख मुजीबुर्रहमान से जुड़ी निशानियों को खत्म किया जा रहा है. इसके अलावा देश में अवामी लीग से जुड़े नेताओं की टारगेट किलिंग की घटनाएं में सामने आ रही हैं. वहीं अब बांग्लादेश में एक स्वतंत्रता सेनानी को प्रताड़ित करने की घटना सामने आई है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में बांग्लादेश के स्वतंत्रता सेनानी अब्दूल कानू नजर आ रहे हैं. जिन्हें कुछ लोग जबरदस्ती जूते की माला पहनाते दिखाई दे रहे हैं. ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, चौड्डाग्राम पुलिस ने इस घटना की पुष्टि की है. वीडियो में 10-12 लोगों के एक झुंड ने अब्दुल कानू को घेरे हुए दिख रहे हैं और जबरदस्ती जूते की माला पहनाते दिख रहे हैं. इसके अलावा झुंड के लोग उन्हें अपना घर खाली करके इलाके को छोड़ने की धमकी देते दिख रहे हैं.
A proud freedom fighter, Abdul Hai Kanu, who served during the Liberation War, has been humiliated by being forced to wear a garland of shoes! Kanu, a revered freedom fighter from the Chauddagram upazila of Comilla, was abducted from his own home this morning by a group of… pic.twitter.com/qEIyIjKJ7Q
— Awami League (@albd1971) December 22, 2024
वीडियो को अवामी लीग ने बताया अपमानजनक
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग ने इसे अपमानजनक घटना बताया है. पार्टी ने कहा कि यह बांग्लादेश की गरिमा और इतिहास पर सीधा हमला है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो पोस्ट कर पार्टी ने कहा, ‘देश के स्वतंत्रता संग्राम में सेवा करने वाले गौरवशाली स्वतंत्रता सेनानी अब्दूल कानू का जूतों की माला पहनाकर अपमान किया गया है. यह बेहद अपमानजनक कृत्य ने केवल एक शख्स के साथ हुआ है बल्कि हमारे देश की आजादी के मूल्यों और हमारे मुक्ति संग्राम नायकों के सम्मान पर हमला है.’
'इस तरह की घटना बर्दाश्त नहीं'
पार्टी ने आगे कहा, ‘हमारे नायकों के खिलाफ इस तरह की जघन्य कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जा सकती. यह बांग्लादेश की गरिमा और इतिहास पर सीधा हमला है और हमें इसके खिलाफ खड़ा होना चाहिए.’
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