Bangladesh General Election 2024: बांग्लादेश में रविवार (7 जनवरी) को आम चुनाव होना है. ऐसे में पड़ोसी देश में सियासी माहौल गरमाया हुआ है. चुनाव से एक दिन पहले बांग्लादेश के अलग-अलग इलाकों से हिंसा की भी खबरें आ रहीं हैं. ऐसे में बांग्लादेश में होने वाले चुनाव पर देश के लोगों के साथ-साथ दुनिया के दूसरे देशों की भी निगाहें लगी हैं. 


देश की प्रधानमंत्री शेख हसीना अपने अवामी लीग के नेतृत्व वाले गठबंधन के लिए लगातार चौथी बार और कुल मिलाकर पांचवीं बार सत्ता हासिल करने के प्रयास में लगी हुई हैं. ऐसे में लगभग 170 मिलियन लोगों का देश 12वें आम चुनाव के लिए 7 जनवरी को वोट डालेगा. मतदान सुबह 8 बजे शुरू होगा और शाम 4 बजे समाप्त होगा. वोटिंग खत्म होने के तुरंत बाद काउंटिंग शुरू हो जाएगी. शुरुआती नतीजे सोमवार तक आने की उम्मीद है. 


ऐसे में बांग्लादेश चुनाव को लेकर कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं, जो आपके लिए भी बेहद जरुरी हैं. 


पड़ोसी देश में मुख्य विपक्षी पार्टी पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) है. बीएनपी शेख हसीना के इस्तीफे की मांग के बाद चुनाव का बहिष्कार कर रही है. दरअसल, बीएनपी का कहना है कि वह चुनाव का संचालन करने के लिए एक कार्यवाहक सरकार चाहती थी, जो नहीं हुआ. 


चुनाव से ठीक पहले भड़की हिंसा 


चुनाव से ठीक एक दिन पहले बांग्लादेश में हिंसा भड़क उठी है. पहले ढाका के गोपीबाग इलाके में एक ट्रेन में आग लगा दी गई, जिसमें कम से कम 5 लोगों की जलकर दर्दनाक मौत हो गई. इस घटना के बाद चार मतदान केंद्रों समेत कम से कम पांच प्राथमिक स्कूलों में आग लगा दी गई. 


रिकॉर्ड महिला उम्मीदवार मैदान में 


समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, देश में पहली बार मतदान करने वालों की संख्या लगभग 1.5 करोड़ है. प्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित 300 संसद सीटों के लिए लगभग 2,000 उम्मीदवार मैदान में हैं. मैदान में रिकॉर्ड 5.1% महिला उम्मीदवार हैं. इसके साथ ही चुनावी मैदान में कुल 436 स्वतंत्र उम्मीदवार हैं, जो 2001 के बाद से सबसे अधिक है. बीएनपी ने दावा किया था कि अवामी लीग ने चुनाव को विश्वसनीय बनाने की कोशिश करने के लिए "डमी" उम्मीदवारों को खड़ा किया है. 


चुनाव के दिन लगभग 800,000 पुलिस, अर्धसैनिक बल और पुलिस सहायक मतदान की सुरक्षा करेंगे. सेना, नौसेना और वायु सेना को भी तैनात किया गया है, जबकि 127 विदेशी पर्यवेक्षक चुनाव प्रक्रिया पर नज़र रखेंगे. बता दें कि 76 साल की शेख हसीना 2009 से बांग्लादेश की सत्ता में हैं. वह लगातार चौथी बार पीएम बनने की लड़ाई लड़ रही हैं.


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