Bangladesh Hindus Attack : बांग्लादेश में हुए सियासी तख्तापलट के बाद हिंदुओं पर हमले को लेकर एक पाकिस्तानी भड़क गया. उसने प्रदर्शनकारियों को अमेरिका के इशारे पर देश में तोड़फोड़ करने, सरकार गिराने और अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले का आरोप लगाया है. पाकिस्तानी यूट्यबर शोहेब चौधरी से बातचीत में आबिद अली नाम के युवक ने कहा, बांग्लादेश में जो कुछ हुआ है, वह अमेरिका ने किया है. इसके पीछे अमेरिका का हाथ है. आबिद ने मोहम्मद युनूस की अंतरिम सरकार पर भी सवाल उठाए. कहा, अगर बांग्लादेश में स्टूडेंट वाकई प्रदर्शन कर सरकार हटाना चाहते थे तो वहीं से किसी नेता को सरकार में लाते, वहां पर अमेरिका (मोहम्मद युनूस) के आदमी को बैठाया गया. 


अमेरिका था बांग्लादेश की सरकार गिराने के पीछे
दरअसल, खबर आई कि शेख हसीना ने बांग्लादेश में सरकार गिराने के पीछे अमेरिका का हाथ बताया, क्योंकि वह बांग्लादेश में एयरबेस बनाना चाहता था. साथ ही इसकी प्लानिंग काफी पहले ही हो गई थी. इस पर आबिद अली ने कहा, अमेरिका शेख हसीना को वीजा नहीं देता, अमेरिका से एक बंदा आकर अंतरिम सरकार बनाता है इन सबको मिलाकर देखा जाए तो शेख हसीना की बात ठीक है. उन्होंने कहा, अमेरिका ऐसे मुल्कों में अपना राज चाहता है. उसने भारत में भी मणिपुर दंगे कराकर ऐसी कोशिश की थी, लेकिन भारत के लोग समझदार हैं, वो अमेरिका की बातों में नहीं आए. अमेरिका की इकोनॉमी मजबूत है, वो किसी से कर्ज नहीं लेता, इसलिए अमेरिका उसका कुछ नहीं कर पाता है. जो देश अमेरिका की बात नहीं मानता, वहां ऐसे ही दंगे कराकर सरकार गिरा दी जाती है. अब अमेरिका बांग्लादेश को कर्ज देकर अपने जाल में फंसाएगा, स्थिति इतनी खराब होगी कि वो भी कटोरा लेकर घुमेंगे.


हिंदुओं पर हमले की बात पर भड़का गया पाकिस्तानी
आबिद ने कहा, नई सरकार का चीन या अमेरिका की तरफ झुकाव रहेगा तो भारत बांग्लादेश की मदद नहीं करेगा. उसके पीछे का कारण ये भी है कि आज जो बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहा है, उसे कभी माफ नहीं किया जाएगा, जबकि वहां किसी भी हिंदू का इन सबसे कुछ लेना देना नहीं था. न तो वो किसी प्रदर्शन में शामिल हुए, न ही उन्होंने किसी के साथ मारपीट की, फिर भी हिंदुओं के मंदिरों को तोड़ा गया, उनके साथ मारपीट की जा रही है. उन्हें चुन चुनकर मारा जा रहा है. उन्होंने सवाल किया कि आखिर उनका कसूर क्या था? उन्होंने ALL EYES ON BANGLDESHI HINDUS लिखने का भी आह्वान किया.