भारत ने बंद कर दिया निर्यात तो? ढीले पड़े बांग्लादेश के तेवर, अब बोला- हम सामान खरीदेंगे, चाहे...
बांग्लादेश के वित्त सलाहकार डॉ. सालेहुद्दीन अहमद ने कहा कि रमजान तक घरेलू जरूरी सामानों के दाम कम हो जाएंगे और निर्यात के लिए भारत, म्यांमार और वियतनाम के साथ बात चल रही है.
बांग्लादेश में हिंदुओं और मंदिरों पर हो रहे हमलों को लेकर भारतीयों में काफी गुस्सा है. इस बीच बांग्लादेश के साथ व्यापार रोकने की भी मांग की जा रही है. बांग्लादेश के फाइनेंस एडवाइजर डॉ. सालेहुद्दीन अहमद ने बुधवार (4 दिसंबर, 2024) को कहा कि आयात को लेकर भारत और कुछ अन्य देशों से बात चल रही है और जो भी कम कीमतों, जल्द डिलीवरी और गुणवत्ता के आधार पर सामान की आपूर्ति करेगा, उनसे बांग्लादेश उत्पाद खरीदेगा.
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार आर्थिक मामलों पर एडवाइजर्स काउंसिल कमिटी (ACCEA) और सरकारी खरीद पर सलाहकार परिषद समिति (ACCGP) की बैठक के बाद सालेहुद्दीन ने यह बात कही. उन्होंने भारत की ओर से निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की मांग को खारिज कर दिया. उनसे सवाल किया गया कि क्या दोनों देशों के बीच जारी तनाव का व्यापार पर असर पड़ेगा तो सालेहुद्दीन ने कहा कि भारत के साथ व्यापार और वाणिज्यिक मुद्दों को लेकर राजनीति नहीं की जाएगी और जहां से कम कीमतों पर सामान मिलेगा हम खरीदेंगे.
सालेहुद्दीन ने कहा, 'हम उन निर्यातकों से सामान खरीदेंगे, जो हमें अच्छी क्वालिटी, कम दाम और सामान की जल्दी डिलीवरी करेंगे. फिर वो चाहे भारत हो या कोई और देश हो. हम भारत, म्यांमार और वियतनाम से बात कर रहे हैं. इस मुद्दे पर राजनीति का कोई मतलब नहीं है.' सोयाबीन ऑयल की उलब्धता के सवाल पर सालेहुद्दीन ने कहा कि उसमें कुछ दिक्कते हैं क्योंकि तेल के दाम थोड़े बढ़ गए हैं.
बांग्लादेशी बाजारों में अस्थिरता के सवालों पर सालेहुद्दीन अहमद ने कहा, 'मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि स्थिति स्थिर नहीं हुई है. जरूरी सामानों के दाम गिरे हैं और हमने चावल और दाल जैसे फूड आइटम के आयात का फैसला किया है, जो पहले भी इंपोर्ट होते थे. उन्होंने विश्वास दिलाया कि रमजान के दौरान जरूरी सामानों की कीमतों में कमी आएगी.
एशिया में भारत बांग्लादेश का सबसे बड़ा निर्यात बाजार है. शेख हसीना सरकार के पतन के बाद द्विपक्षीय व्यापार पर असर पड़ा है. वहां हिंदुओं और मंदिरों पर लगातार हमले हो रहे हैं और हाल ही में इस्कॉन के पुजारी चिन्मॉय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद तनाव और बढ़ गया है. भारत वहां हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर लगातार आपत्ति जता रहा है, जिसके बाद दोनों देशों में तनातनी बढ़ गई है. विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 2022-23 वित्त वर्ष में भारत ने बांग्लादेश को 2 अरब डॉलर का निर्यात किया था, जबकि 2022-23 में कुल द्विपक्षीय व्यापार 15.9 अरब डॉलर रहा.
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