Bangladesh Teesta River Project : बांग्लादेश में अंतरिम सरकार ने भारत को लेकर भी सख्त रुख अपनाना शुरू कर दिया है. शेख हसीना के जाने के बाद मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में नई सरकार बनी है. बांग्लादेश की नई सरकार ने अब तीस्ता जल विवाद को अंतरराष्ट्रीय मंच पर ले जाने की बात कही है. द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, जल और पर्यावरण मामलों की मंत्री रिजवाना हसन ने कहा कि बांग्लादेश तीस्ता जल विवाद को सुलझाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंच पर जाने पर विचार करेगा. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का नाम लेकर रिजवाना ने कहा कि मोहम्मद यूनुस की सरकार दोनों देशों के बीच नदियों से जुड़े मुद्दों को उठाएगी. रिजवाना ने कहा कि ममता बनर्जी के पानी नहीं देने वाला बयान भी याद दिलाया. उन्होंने कहा कि हम तीस्ता के पानी को लेकर पीछे नहीं हटेंगे. इसके बारे में नई दिल्ली से भी बातचीत की जाएगी. हमें पानी मिलेगा या नहीं, यह हमारे हाथ में नहीं है, लेकिन इस मुद्दे को उठाया जाएगा.
1996 के गंगा समझौते का मुद्दा भी उठाया
रिजवाना ने 1996 के गंगा जल बंटवारे के समझौते को लेकर भी बातचीत की. उन्होंने कहा कि इस समझौते के नवीनीकरण पर फिर से बातचीत करनी होगी, जो शेख हसीना के पीएम रहते हुआ था. कुशियारा समझौते पर सितंबर 2022 में हस्ताक्षर किए गए थे. इसमें 1996 के गंगा समझौते के बाद साझा नदियों पर समझौते को अंतिम रूप दिया गया था.
भारत के साथ बनाए रखेंगे अच्छे संबंध
अपनी तल्खी के बीच रिजवाना ने भारत के साथ अच्छे संबंध की बात को भी दोहराया. उन्होंने कहा, हम भारत के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखेंगे, लेकिन अपनी मांगों को भी उठाएंगे. उन्होंने दावा किया कि बांग्लादेश को चीन समेत कई देशों से जल संबंधी के मामलों पर बातचीत करने का निमंत्रण मिला है. इस पर भारत सरकार से जल्द ही बात की जाएगी.
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