Bangladesh Chinmoy Krishna Das: इन दिनों भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में एक बार फिर भारी बवाल मचा हुआ है. इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह है इस्कॉन मंदिर के प्रमुख चिन्मय कृष्णा दास की गिरफ्तारी, जिन्हें 31 अक्टूबर को दर्ज एक मामले के संबंध में अरेस्ट किया गया था. इसके बाद भारत सरकार ने प्रतिक्रिया देते हुए आज बुधवार (27 नवंबर) को विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने बांग्लादेश के उच्चायुक्त से फोन पर बात की. बांग्लादेश में दास के गिरफ्तारी को लेकर भारतीय जनता पार्टी के करीब 200 कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को कोलकाता के बेहाला इलाके में एक रैली निकाली और गिरफ्तार बांग्लादेशी हिंदू समुदाय के नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की तत्काल रिहाई की मांग की.
कोलकाता में रैली में शामिल बीजेपी समर्थकों ने ‘मशाल’ लेकर नारे लगाए और दास की रिहाई की मांग की. भाजपा के एक स्थानीय नेता ने कहा, 'हम दास की तत्काल रिहाई की मांग करते हैं, जिनका एकमात्र दोष यह था कि उन्होंने पिछले कुछ महीनों में बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हुए हमलों का विरोध किया था. इससे पहले बांग्लादेश पुलिस ने ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सोमवार (25 नवंबर) को हिंदू संगठन ‘सम्मिलित सनातनी जोत’ के नेता दास को गिरफ्तार किया था.
दास की जमानत याचिका खारिज
बांग्लादेश की एक अदालत ने मंगलवार को दास की जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया. इस बीच विदेश मंत्रालय ने दास की गिरफ्तारी के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों पर भी चिंता जतायी. मंत्रालय ने कहा, ‘‘हम बांग्लादेश के प्राधिकारियों से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं. हम शांतिपूर्ण ढंग से एकत्र होने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के उनके अधिकार की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील करते हैं.’’
भारतीय विदेश मंत्रालय के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने ढाका में कहा कि यह 'निराधार' है और दोनों देशों के बीच मित्रता की भावना के विपरीत है.
बांग्लादेश में झड़प के दौरान एक वकील की मौत
बांग्लादेश में मंगलवार को सुरक्षाकर्मियों और एक हिंदू नेता के अनुयायियों के बीच झड़प के दौरान एक वकील की मौत हो गई. स्थानीय मीडिया ने यह खबर दी. हिंदू नेता को यहां की अदालत ने जमानत देने से इनकार कर दिया था और उन्हें जेल भेज दिया था. ढाका ट्रिब्यून अखबार की खबर के मुताबिक पीड़ित वकील की पहचान 35 वर्षीय सहायक लोक अभियोजक तथा चटगांव जिला बार एसोसिएशन के सदस्य सैफुल इस्लाम के रूप में हुई है. हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को जमानत देने से इनकार करने के बाद भड़की झड़पों में छह अन्य लोग घायल हुए हैं. चटगांव वकील संघ के अध्यक्ष नाजिम उद्दीन चौधरी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने एक वकील को उसके चैंबर के खींच लिया और उसकी हत्या कर दी.
बांग्लादेश में कट्टरपंथियों का आतंक
सीएनएन न्यूज 18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश में 2013 से अब तक हिंदुओं पर 4,000 से ज़्यादा हमले हो चुके हैं. हिंदुओं पर हमले भारत के लिए चिंता का एक बड़ा कारण हैं. हाल के महीनों में बांग्लादेश में हुए हिंसा में लगभग 97 जगहों पर हमले हुए हैं. इस दौरान इस्कॉन मंदिर और काली मंदिर पर हमला किया गया है. हिंदुओं के घरों को नुकसान पहुंचाया गया है. हमलों में प्रदर्शनकारियों ने हिंदू पार्षद हरधन रॉय की हत्या कर दी. इसके अलावा मशहूर संगीतकार राहुल आनंदा के घर में तोड़फोड़ की गई और पूरे घर को लूट लिया गया. साथ में कट्टरपंथियों ने इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र और बंगबंधु स्मारक संग्रहालय को जला दिया.