Chinmay Das Arrest : बांग्लादेश में सनातन जागरण मंच के प्रवक्ता और इस्कॉन चटगांव के पूर्व प्रमुख चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की गिरफ्तारी को लेकर भारत-बांग्लादेश के बीच तनाव बढ़ता दिखाई दे रहा है. सोमवार (25 नवंबर) को शाम साढ़े चार बजे को ढाका मेट्रोपोलिटन पुलिस ने चिन्मय दास को देशद्रोह के आरोप में हज़रत शाहजालाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया. उनकी गिरफ्तारी के बाद से बांग्लादेश में तनाव बढ़ गया है.


चिन्मय दास की गिरफ्तारी की आलोचना भी की गई. वहीं, भारत ने भी दास की गिरफ्तारी पर आपत्ति जताते हुए बांग्लादेश सरकार से मांग की कि हिंदू समेत सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए. भारत की इस प्रतिक्रिया पर बांग्लादेश ने आपत्ति जताई थी. वहीं, अब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में सूचना और प्रसारण सलाहकार नाहिद इस्लाम ने भी भारत की प्रतिक्रिया को अनुचित हस्तक्षेप कहा है.


बांग्लादेश छात्र आंदोलन का प्रमुख चेहरा थे नाहिद इस्लाम


नाहिद इस्लाम बांग्लादेश में छात्र आंदोलन का प्रमुख चेहरा थे, जिसने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार गिरा दी. बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की आवामी लीग की सरकार गिरने के बाद प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस की अगुवाई में एक अंतरिम सरकार का गठन किया गया था. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में नाहिद इस्लाम को भी सूचना और प्रसारण सलाहकार के तौर पर नियुक्त किया गया.


भारत की प्रतिक्रिया पर नाहिद इस्लाम ने क्या कहा?


चिन्मय दास की गिरफ्तारी को लेकर भारत की दी गई प्रतिक्रिया पर आपत्ति जताते हुए नाहिद इस्लाम ने कहा, ‘हमारा मानना है कि इस तरह के बयान अनुचित हस्तक्षेप है. ऐसा लगता है जैसे भारत माहौल को और बिगाड़ना चाहता है. भारत को अपने अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों और उनकी सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए.’ उन्होंने आगे कहा, ‘हम भारत की जिम्मेदारी से काम करने और आवामी लीग के झूठे प्रोपेगेंडा पर ध्यान न देने का आग्रह करते हैं.’


चिन्मय दास की गिरफ्तारी भारत ने दी ये प्रतिक्रिया


सोमवार (25 नवंबर) को चिन्मय दास की गिरफ्तारी के अगले दिन मंगलवार (26 नवंबर) को एक बयान जारी करके चिंता जाहिर की. बयान जारी करके भारत ने कहा था, ‘यह दुर्भाग्य की बात है कि हिंदू अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने वाले अपराधियों के बजाए शांतिपूर्ण सभाओं के जरिए वैध मांगें रखने वाले एक हिंदू पुजारी के खिलाफ देशद्रोह का आरोप लगाया जा रहा है. हम चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हिंदू अल्पसंख्यकों पर हुए हमलों पर भी चिंता जताते हैं. हम बांग्लादेश के अधिकारियों से हिंदूओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं.’


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