Bangladesh America Relation : बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना के बयान के बाद से पूरे एशिया की राजनीति में खलबली मची हुई है. उन्होंने कहा था कि अमेरिका ने बांग्लादेश में एक सैन्य एयरबेस बनाने की मांग की थी. साथ ही देश के 2 टुकड़े करने और नए क्रिश्चियन देश बनाने की साजिश रची थी. उन्होंने अमेरिका का नाम लिए बिना कहा था कि उसने चुनाव में भी हस्तक्षेप किया था.

अब इसको लेकर पाकिस्तान के अकैडमीशियन डॉ. कमर चीमा ने बड़ा दावा किया है. उनका कहना है कि अमेरिका और बांग्लादेश के इस मसले में भारत भी शामिल है. वहीं, उन्होंने ये भी सवाल किया कि ये सारी बातें चुनाव कैंपेन के बीच शेख हसीना ने क्यों नहीं उठाईं, ये बातें तब क्यों नहीं कहीं. कमर चीमा ने भारत का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि अब शेख हसीना कह रही हैं कि उन्हें इंडिया के साथ कारोबार करना है. कभी वह चीन के साथ कारोबार की डील भी कर लेती हैं 


'किसके कैसे रिश्ते, ये नरेंद्र मोदी ही तय करेंगे'
चीमा ने दावा किया कि जब भारत में जी-20 सम्मेलन हुआ था, तब भारत ने अमेरिका से बांग्लादेश की नाराजगी दूर कराने के लिए सुलह कराई थी. ये बात तो बांग्लादेश के लोगों ने भी कही कि भारत ने हमारी बहुत मदद की अमेरिका के साथ रिश्ते नॉर्मल कराने के लिए. चीमा ने ये भी सवाल उठाया कि इससे ये भी लगता है कि पावरफुल देशों के साथ बांग्लादेश के ताल्लुकात कैसे रहेंगे, ये नरेंद्र मोदी और इंडिया ही तय करेगा, क्योंकि इस मसले पर भारत भी अपने नंबर बड़ा रहा है. वो बांग्लादेश को कह रहा है कि अमेरिका आपसे नाराज है, आपके चुनावों पर सवाल उठाए जा रहे हैं, देश की स्थिति ठीक नहीं है, चीन दबाव बना सकता है और मसले हो जाएंगे, आप थोड़ा पीछे रहें, लेकिन शेख हसीना जिस मॉडल पर थीं, उसी पर ही चल रही हैं. 


डायरेक्ट डील करा रहा भारत
दरअसल, इंडिया एक टफलाइन ले रहा था, जिसमें इंडिया उसकी हेल्प करना चाह रहा था. पहले तो अमेरिका ने ये कहा कि फ्री एन फेयर इलेक्शन होंगे, अब अमेरिका ने बांग्लादेश पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है. बांग्लादेश चीन के करीब है, इसलिए भी अमेरिका को टेंशन होती है. मजे की बात यह है कि इंडिया और चीन के कई मुद्दे हैं, लेकिन फिर भी बांग्लादेश को सपोर्ट करते हैं. ये बातें अमेरिका को भी समझनी चाहिए. भारत भी इस समय दुनिया में अपना वजूद बनाने में लगा है. भारत चाहता है कि वह बाकी देशों की अमेरिका से खुद डायरेक्ट डील कराए. 


तो क्या चाइना से खरीदेगा का हथियार ?
बांग्लादेश कहता है कि हम उन देशों से कुछ नहीं खरीदेंगे, जो हमारे इलेक्शन में दबाव बनाता है. मतलब हम सैन्य हथियार नहीं खरीदेंगे. अब चीमा ने सवाल उठाया कि बांग्लादेश जब हथियार अमेरिका से नहीं लेगा, वेस्टर्न देशों से नहीं लेगा तो किससे लेगा. उन्होंने कहा, वह चाइना से लेगा. उन्होंने दावा किया कि मुझे नहीं लगता बांग्लादेश इंडिया से रक्षा सौदों की डील करेगा. बांग्लादेश चाइना से ही माल खरीदेगा. उन्होंने कहा, फिलहाल इंडिया और अमेरिका के समीकरण काफी मजबूत हैं, अमेरिका इंडिया के अंदर उसका फायदा भी ले रहा है.