ढाका: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत के साथ तीस्ता जल समझौते पर जल्द हस्ताक्षर होने का विश्वास प्रकट करते हुए कहा कि कोई भी तीस्ता के जल प्रवाह को नहीं रोक सकता. हसीना ने कहा, ‘‘भारतीय प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने समझौते पर हस्ताक्षर का संकल्प लिया है. हम हस्ताक्षर के लिए धैर्य के साथ इंतज़ार कर सकते हैं. इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह दौरा (उनका भारत दौरा) सफल और संतोषजनक रहा है...ऐसा कुछ नहीं है जिससे परेशान हुआ जाए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘तीस्ता का पानी निश्चित तौर पर आएगा...हम निचले इलाके में हैं और ऐसे में पानी नीचे की तरफ आएगा. पानी की धारा को कोई नहीं रोकेगा, इस प्रवाह को कोई रोक नहीं सकता.’’

हसीना ने कहा, ‘‘उन्हें पानी छोड़ना होगा, बारिश के समय उनके पास कोई विकल्प नहीं होगा, इसलिए उनको भी और हमें भी इसको लेकर तरीके तलाशने होंगे.’’ बांग्लादेशी प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के आम प्रोटोकॉल से इतर मोदी के उनकी अगवानी के लिए हवाई अड्डे पर आने से उनको ‘सुखद आश्चर्य’ हुआ. उन्होंने कहा, ‘‘जब विमान उतरा तो मुझे बताया गया कि प्रधानमंत्री मोदी हवाई अड्डे पर हैं. मुझे (मोदी के इस भाव से) सुखद आश्चर्य हुआ.’’ यह पूछे जाने पर कि क्या बांग्लादेश की तरफ जाने वाली नदियों में प्रवाह बढ़ाने का पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का प्रस्ताव ढाका को स्वीकार है, हसीना ने नकारात्मक जवाब दिया.

रक्षा सौदे के बारे में पूछे जाने पर हसीना ने कहा कि भारत के साथ जिस समझौते पर हस्ताक्षर हुआ है उसको लेकर सवाल खड़े करने की कोई गुंजाइश नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं खुद रक्षा विभाग की मंत्री हूं और सैन्य उपकरण बांग्लादेश की मर्ज़ी से लाए लाएंगे. जबतक मैं जिंदा हूं तब तक कोई राष्ट्र विरोधी समझौता नहीं हो सकता.’’