Sheikh Hasina Son Sajeeb Wazed : बांग्लादेश में चुनाव लड़ेंगे शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद! कहा- सीरिया और अफगानिस्तान जैसा हाल
Sheikh Hasina Son Sajeeb Wazed : सजीब वाजेद ने कहा कि मैं पार्टी और उसके कार्यकर्ताओं को बचाने के लिए जो भी करना पड़ेगा करूंगा.मैं पीछे नहीं हटूंगा
Sheikh Hasina Son Sajeeb Wazed : बांग्लादेश में हुई सियासी उथल-पुथल के बाद पूर्व पीएम शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने राजनीति में आने की इच्छाएं जाहिर की हैं. उन्होंने कहा कि वह राजनीति में उतरने के लिए तैयार हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, जॉय ने पहले कहा था कि उनका राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन अब उन्होंने कहा कि मैं पार्टी और उसके कार्यकर्ताओं को बचाने के लिए जो भी करना पड़ेगा करूंगा. अगर मुझे राजनीति में उतरने की जरूरत पड़ी तो मैं पीछे नहीं हटूंगा. दरअसल, शेख हसीना के ढाका छोड़ने के बाद उनकी पार्टी अवामी लीग के नेताओं पर भी हमले हो रहे हैं, ऐसे में सजीब वाजेद का यह बयान काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, सजीब ने कहा कि मेरी मां राजनीति से संन्यास ले लेतीं, मेरी रुचि कभी राजनीतिक नहीं रही और मैं अमेरिका में बस गया था, लेकिन पिछले दिनों से बिगड़ी स्थिति ने मुझे सक्रिय कर दिया. अब मैं सबसे आगे खड़ा हूं.
पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की
सजीब ने कहा कि अभी स्थिति चिंताजनक है, थोड़ी सामान्य हो जाए. चुनाव की घोषणा के बाद मेरी मां वापस बांग्लादेश चली जाएंगी. मुझे यकीन है कि अवामी लीग चुनाव में हिस्सा लेगी और हम जीत भी सकते हैं. बांग्लादेश में हमारे पास सबसे बड़ा जनाधार है. उनकी मां की किसी देश में शरण की योजना नहीं है. वह फिलहाल भारत में हैं, अंतरिम सरकार के देश में चुनाव कराने का फैसला होने के बाद वह बांग्लादेश चली जाएंगी. मैं इतने कम समय में अपनी मां की जान बचाने के लिए भारत के पीएम नरेंद्र मोदी का शुक्रगुजार हूं. उन्होंने कहा कि हमें नहीं पता था कि स्थिति इतनी ज्यादा बिगड़ जाएगी. हालांकि, एक अन्य रिपोर्ट में दावा किया गया कि इस सबके पीछे पाकिस्तान का हाथ है. उसने ही देश में हिंसा को भड़काया था. जॉय ने भारत की सीमा सुरक्षा पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि अगर अवामी लीग सत्ता में नहीं है तो भारत की पूर्वी सीमा सुरक्षित नहीं होगी. जॉय ने भारत से बांग्लादेश पर जल्द चुनाव कराने के लिए दबाव डालने का अनुरोध किया.
सीरिया और अफगानिस्तान से की तुलना
उन्होंने कहा कि आज बांग्लादेश सीरिया या अफगानिस्तान जैसा दिखता है. वहां कोई कानून-व्यवस्था नहीं है. यूनुस की सरकार पर निर्भर है कि वे इसे नियंत्रित कर सकते हैं या नहीं. शायद हमारे यहां फिर से लोकतंत्र आ जाए. अगर वे ऐसा नहीं कर पाते तो बांग्लादेश अफगानिस्तान जैसा हो जाएगा.