India-Bangladesh Relations: बांग्लादेश के कार्यवाहक प्रमुख और नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने रविवार (17 नवंबर 2024) को देश को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार भारत से पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को प्रत्यर्पित करने की मांग करेगी. शेख हसीना अगस्त में बड़े पैमाने पर हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद भारत चली आई थीं.
यूनुस ने अपने कार्यकाल के सौवें दिन पर दिए गए संबोधन में कहा कि उनकी सरकार उन सभी लोगों को न्याय के कटघरे में खड़ा करेगी, जो छात्र आंदोलनों के दौरान हुई मौतों के लिए जिम्मेदार हैं, जिनमें हसीना भी शामिल हैं. उन्होंने कहा, "हम भारत से पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को वापस लाने की कोशिश करेंगे." उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) के मुख्य अभियोजक करीम खान से इस विषय पर चर्चा करने की बात भी कही.
हसीना के खिलाफ आईसीसी से सहयोग की मांग
यूनुस प्रशासन ने शेख हसीना और उनके सहयोगियों के खिलाफ घरेलू आपराधिक मामलों के साथ-साथ आईसीसी से भी सहायता का अनुरोध किया है. इन जांचों में हसीना के शासनकाल के दौरान हुए सभी मानवाधिकार उल्लंघनों, खासतौर पर जबरन गायब किए गए लोगों के मामलों को शामिल किया जाएगा. बांग्लादेश ने इंटरपोल से भी अनुरोध किया है कि हसीना और उनके सहयोगियों को गिरफ्तार करने के लिए रेड नोटिस जारी किया जाए.
चुनाव करवाना प्राथमिक उद्देश्य
यूनुस ने कहा कि उनकी सरकार का प्राथमिक मकसद नए चुनाव कराना है ताकि सत्ता एक निर्वाचित सरकार को सौंपी जा सके. हालांकि, उन्होंने चुनावों की कोई समयसीमा नहीं बताई है. यूनुस ने कहा कि पहले उनकी सरकार कई क्षेत्रों में सुधार लागू करेगी, जिसमें चुनावी प्रणाली भी शामिल है. सुधारों के बाद ही चुनाव के लिए समयसीमा घोषित की जाएगी.
यूनुस ने अल्पसंख्यक समुदायों, विशेष रूप से हिंदुओं पर बढ़ते कट्टरपंथी इस्लामिक प्रभाव के चलते हमले की खबरों को "अतिशयोक्तिपूर्ण" बताया. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी और किसी भी तरह के धार्मिक असंतुलन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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