Bangladesh Iskcon Temple Attack: बांग्लादेश में हुई हिंसा के दौरान राजधानी ढाका से लेकर देश के हर छोटे-बड़े शहर में तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं देखने को मिलीं. इस दौरान कुछ उपद्रवियों ने हिंदुओं के घरों, दुकानों और मंदिरों को नुकसान पहुंचाया. उनमें तोड़फोड़ और आगजनी की. बांग्लादेश के खुलना डिवीजन के मेहरपुर में पांच अगस्त को एक इस्कॉन मंदिर में तोड़फोड़ के बाद उसे आग के हवाले कर दिया गया. इसे लेकर अब इस्कॉन के महासचिव का बयान सामने आया है.
इस्कॉन महासचिव चारू चंद्र दास ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा, "बीते कुछ दिनों से हिंदू समुदाय के लोग डरे हुए थे. उन्हें इस बात का डर है कि किसी भी वक्त उन पर हमला हो सकता है. मंदिर, घर, दुकानें सुरक्षित नहीं हैं, क्योंकि कई हिंदुओं के घरों और दुकानों समेत नेताओं के घरों को भी निशाना बनाया गया है." इस्कॉन महासचिव ने बताया, "इस वजह से वे डरे हुए हैं." उन्होंने मेहरपुर के इस्कॉन मंदिर में हुई आगजनी की पुष्टि भी की और कहा कि पुजारियों के मंदिर से भागने की खबर गलत है.
मुस्लिम नेताओं से पैसे मांगने को कहा: इस्कॉन महासचिव
चारू चंद्र दास ने कहा, "हमारे इस्कॉन का कोई भी पुजारी मंदिर छोड़कर नहीं गया. वे सतर्क थे कि अगर कुछ होता है तो मिलिट्री को फोन करके बुला लेंगे या बीएनपी और जमात से जुड़े मुस्लिम नेताओं से मदद मांगेंगे. रात में वे सो नहीं रहे थे, वे डरे हुए थे. यह सिर्फ ढाका की बात नहीं है, बल्कि हर मंदिर और घरों का यही हाल था."
उन्होंने बताया कि हालात इतने खराब हो गए कि कुछ लोगों को मदद के लिए पैसे तक मांगने पड़े. पुजारी ने कहा, "कुछ लोगों ने मदद के लिए पैसे मांगे, फिर मैं उन्हें बताता था कि मुस्लिम नेताओं से, बीएनपी के नेताओं से बात करो, जमात-ए-इस्लामी के नेताओं से बात करो."
बीएनपी और जमात कर रहे हमारी मदद: इस्कॉन महासचिव
जब उनसे पूछा गया कि आप हाल के समय में ढाका की स्थिति के बारे में क्या सोचते हैं? क्या सब कुछ वापस सही हो रहा है, बहुसंख्यक समुदाय के लोग और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के बीच सबकुछ ठीक है? इसके जवाब में पुजारी ने कहा कि अब चीजें ठीक हैं. बीएनपी और जमात के नेता हमारी मदद कर रहे हैं. मुझे लगता है कि यह अच्छा है. नई सरकार बन गई है.
वहीं, जब पूछा गया कि नेता आपकी किस तरह से मदद कर रहे हैं? पुजारी ने कहा कि सभी नेता हमारी मदद कर रहे हैं. उन्होंने हमें सुरक्षा का आश्वासन दिया है. सब कह रहे हैं कि वे हमारी मदद करेंगे.
मंदिरों में शरण लेने वाले लोग लौट रहे घर: चारू चंद्र दास
इस्कॉन महासचिव चारू चंद्र दास ने बताया कि इन हमलों में सिर्फ एक इस्कॉन मंदिर को नुकसान पहुंचा था. वह मंदिर किराए की जगह पर था, वहां पर आग लगा दी गई. जब उनसे पूछा गया कि वह मंदिर कहां स्थित है, जिसमें आग लगाया गया? इसके जवाब में पुजारी ने बताया कि वह मंदिर मेहरपुर में है. हालांकि, बाकी के मंदिर सुरक्षित हैं. कुछ हिंदुओं ने मंदिर में शरण भी ली थी. वे अब अपने घरों में वापस जा रहे हैं. हालांकि, उन्हें अभी भी लग रहा है कि उनके घर सुरक्षित नहीं हैं. मुझे लगता है कि नई सरकार हमारी सुरक्षा करेगी.