Bangladesh Violence: इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) संगठन, जो बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमलों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहा है, उसने अब ट्विटर पर सवाल उठाया है, क्योंकि उसके दो अकाउंट स्पष्ट रूप से अनुपलब्ध थे. माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट पर इस्कॉन ने ट्विटर से यह स्पष्टीकरण जारी करने की मांग की है कि इस्कॉन बांग्लादेश और बांग्लादेश हिंदू एकता परिषद के अकाउंट अनुपलब्ध क्यों हैं?
यह मांग संगठन के संचार निदेशक युधिष्ठिर गोविंद दास ने की है. एक अन्य ट्वीट में दास ने यह भी सवाल किया कि क्या बांग्लादेश सरकार के दबाव में अकाउंट्स को हटाया गया था. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आपातकाल के बीच हिंदुओं की आवाज को दबाया जा रहा है.
इस्कॉन, कोलकाता के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता राधारमण दास ने भी ट्विटर के कार्यों पर अपना गुस्सा व्यक्त किया और कहा कि जिन दो ट्विटर हैंडल को ब्लॉक किया गया था, वे पीड़ितों को दुनिया से जोड़ रहे थे. उन्होंने यह भी दावा किया कि माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ने कुछ मौकों पर उनका अकाउंट लॉक कर दिया है.
इस्कॉन के उपाध्यक्ष ने कहा, "ट्विटर ने इस्कॉन बांग्लादेश के लिए हमारे ट्विटर हैंडल को निलंबित कर दिया. कई और ट्विटर हैंडल जो बांग्लादेश में हुए नरसंहार की भयावह कहानियों के बारे में दुनिया को बताने की कोशिश कर रहे थे, उन्हें भी निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने बांग्लादेश के अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को मार डाला है, लेकिन आज ट्विटर ने बांग्लादेश के लोगों की आवाज को मार दिया है."
उन्होंने आगे यह भी कहा, "अमेरिकी सरकार ने भी कड़ी प्रतिक्रिया जारी की है, जिससे यह संकेत मिलता है कि दुनिया अब जानती है कि बांग्लादेश में क्या हो रहा है.
ट्विटर पर निशाना साधते हुए दास ने दावा किया कि वेबसाइट बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमला करने वाले समूह का हिस्सा बन गई है. उन्होंने दावा किया कि अगर दुनिया भर के लोगों को नहीं पता कि बांग्लादेश में क्या हो रहा है, तो हिंसा जारी रहेगी.
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख से कड़ी निंदा की मांग
हाल के दिनों में हिंदू मंदिरों पर हो रहे हमलों के बीच इस्कॉन ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस से कड़ी प्रतिक्रिया की मांग की है. बांग्लादेश में संयुक्त राष्ट्र के रेजिडेंट को-ऑर्डिनेटर द्वारा हमलों की निंदा करने के बाद इस्कॉन मंदिर के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने कहा कि हमले अभी भी जारी हैं. इस बीच 19 अक्टूबर को दास ने संयुक्त राष्ट्र को पत्र लिखकर महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से निंदा का बयान जारी करने और संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधिमंडल को त्वरित कार्रवाई के लिए बांग्लादेश भेजने का अनुरोध किया था.
बांग्लादेश के नोआखली इलाके में एक इस्कॉन मंदिर में भक्तों पर भीड़ ने हिंसक हमला किया, जिसमें एक व्यक्ति की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए. मंदिर की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा है. इस्कॉन ने मंदिर में तोड़फोड़ की तस्वीरें साझा करते हुए कहा था कि संपत्ति को काफी नुकसान हुआ है और एक भक्त की हालत गंभीर होने की जानकारी दी.