Bangladesh Violence: अमेरिका ने खुद बता दिया, बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार गिराने में US का हाथ है या नहीं, चौंकाने वाला जवाब
Bangladesh News: व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने कहा कि यह बांग्लादेशी लोगों का चुनाव है. हमारा मानना है कि बांग्लादेशी लोगों को ही बांग्लादेशी सरकार का भविष्य तय करना चाहिए. यही हमारा रुख है.
Bangladesh Violence Latest News: बांग्लादेश की पूर्व पीए शेख हसीना की तरफ से लगाए गए आरोपों पर अमेरिका ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. अमेरिका ने हसीना के आरोपों को नकारते हुए कहा है कि सरकार गिराने में अमेरिका का कोई रोल नहीं रहा है.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव, करीन जीन पियरे ने कहा, "हमारा इसमें कोई हाथ नहीं है. अमेरिका के इसमें शामिल होने की कोई भी रिपोर्ट अफवाह है और पूरी तरह से गलत है. यह बांग्लादेशी लोगों का चुनाव है. हमारा मानना है कि बांग्लादेशी लोगों को ही बांग्लादेशी सरकार का भविष्य तय करना चाहिए. यही हमारा रुख है."
शेख हसीना ने एक लेटर के जरिये लगाया था ये आरोप
बता दें कि भारत में रह रहीं बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने रविवार (11 अगस्त 2024) को अमेरिका पर आरोप लगाया था कि सेंट मार्टिन द्वीप न सौंपने के कारण अमेरिका ने उन्हें सत्ता से बेदखल कराया है. शेख हसीना का कहना था कि सेंट मार्टिन द्वीप मिल जाने के बाद बंगाल की खाड़ी पर अमेरिका का प्रभाव बढ़ जाता.
एक न्यूजपेपर को भेजा था मैसेज
शेख हसीना ने अपने मैसेज में बांग्लादेशी नागरिकों को कट्टरपंथियों के बहकावे में न आने की चेतावनी दी थी. अपने करीबी सहयोगियों के माध्यम से भेजे गए और ईटी को उपलब्ध कराए गए मैसेज में शेख हसीना ने कहा था, "मैंने इस्तीफा दे दिया, ताकि मुझे शवों का जुलूस न देखना पड़े. वे छात्रों की लाशों पर सत्ता में आना चाहते थे, लेकिन मैंने ऐसा नहीं होने दिया, मैंने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.”
कट्टरपंथियों के बहकावे में न आने की अपील
हसीना ने आगे कहा था कि मैं सत्ता में बनी रह सकती थी, अगर मैंने सेंट मार्टिन द्वीप की संप्रभुता को त्याग दिया होता और अमेरिका को बंगाल की खाड़ी पर प्रभाव रखने दिया होता. मैं अपने देश के लोगों से विनती करती हूं, कृपया कट्टरपंथियों के बहकावे में न आएं.
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