कराची: प्रतिबंधित लेग स्पिनर दानेश कनेरिया ने सिंध हाईकोर्ट में याचिका दायर करके पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से उन्हें भ्रष्टाचार के दोषी पाए गए खिलाड़ियों के लिए रिहैबिलिटेशन कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति देने की मांग की. पाकिस्तान के लिए 61 टेस्ट में 261 विकेट ले चुके कनेरिया पर इंग्लिश काउंटी चैम्पियनशिप 2009 में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने 2012 में प्रतिबंध लगा दिया था.


कराची में बुधवार को सिंध हाईकोर्ट के जज मोहम्मद अली मजहर के सामने सुनवाई में कनेरिया के वकील ने कहा कि उन्होंने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है और उन्हें माफी मिलनी चाहिए.


"आजीवन प्रतिबंध पीसीबी या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने नहीं लगाया"
वकील ने कहा कि कनेरिया चाहते हैं कि पीसीबी उन्हें रिहैब कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति दे, क्योंकि आजीवन प्रतिबंध पीसीबी या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने नहीं लगाया था. ईसीबी का लगाया प्रतिबंध ब्रिटेन में क्रिकेट खेलने पर ही लागू होता है.


कनेरिया ने कहा कि वह अपनी गलती सुधारना चाहते हैं. घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दोबारा खेलना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें विदेशी टी20 लीग में खेलने का प्रस्ताव मिला है लेकिन इस डर से उन्होंने स्वीकार नहीं किया कि पीसीबी उन्हें खेलने नहीं देगा.


अब इस मामले की अगली सुनवाई 15 जनवरी को होगी. पीसीबी और खेल मंत्रालय को जवाब देने के लिये नोटिस भेजा गया है.


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