Barbados Storm: बारबाडोस में आए हरिकेन बेरिल तूफान की वजह से टीम इंडिया वहां फंसी हुई है. टी-20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद टीम अभी भारत वापस नहीं आ पाई है. तूफान इतना खतरनाक है कि फ्लाइटें कैंसल करनी पड़ रही हैं. यह तूफान बाकी से काफी अलग है. इसे कैटेगरी-4 का तूफान भी कहा जाता है, जो काफी खतरनाक है, लेकिन अब जितनी तेजी से वहां हवाएं चल रही हैं, उसे देखते हुए इसे कैटेगरी-5 का तूफान माना जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो 257 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं. इतनी तेज हवा में जनजीवन भी अस्त व्यस्त है. इसको लेकर एडवाइजरी भी जारी की जारी है. प्रशासन ने लोगों से घरों से बाहर नहीं निकलने को कहा है. बिजली और पानी की सप्लाई ठप हो गई है. कई घरों की छतें तक उड़ गई हैं. बारबाडोस, सेंट लूसिया, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइन द्वीप समूह, ग्रेनेडा और टोबैगो तूफान की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. वहीं, डोमिनिका और हैती के लिए अलर्ट जारी किया गया है. इस तूफान में क्लोकवाइज हवाओं का घुमाव होता है और ऐसे तूफान औसतन 10 साल में एक बार आते हैं.


इस तूफान को क्यों माना जाता है सबसे ज्यादा खतरनाक
हरिकेन बेरिल तूफान को सबसे ज्यादा खतरनाक इसलिए माना जाता है, क्योंकि इसमें क्लोकवाइज हवाओं का घुमाव होता है. इसे उष्णकटिबंधीय चक्रवात (Tropical Cyclone) भी कहा जाता है. यह एक तरह का चक्रवात तूफान होता है, जो समुद्र के ऊपर उठता है. जब भी समुद्र का तापमान बढ़ता है तो ऊपर मौजूद हवा गर्म होकर उठ जाती हैं और वह जगह खाली हो जाती है. फिर वहां ठंडी हवा पहुंचती है और चक्रवात तूफान बनता है, लेकिन जो तूफान उत्तरी अमेरिका और कैरेबियन आइलैंड में आते हैं, उन्हें हरिकेन कहा जाता है. इसकी घूमकर आने वाली हवाएं इसे और ज्यादा खतरनाक बनाती हैं.


हवा इतनी तेज कि ग्रेविटी के फोर्स पर होती हैं हावी
इस तूफान की वजह से 257 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं. इतनी तेजी से चलने वाली हवाएं ग्रेविटी के फोर्स पर भी हावी हो सकती है. इस दौरान इंसान अपनी जगह से हिल सकता है. अंदाजा लगा सकते हैं कि वहां कितनी तेज हवाएं चल रही हैं. यानी एक सामान्य इंसान भी आसानी से हवा में उड़ सकता है.