Bashar Al Asad Fall: 13 साल तक चले भीषण युद्ध में न जाने कितनी जानें गईं. बड़ी-बड़ी संपत्तियां बर्बाद हो गईं और अब सीरिया में विद्रोही समूह ने राजधानी दमिश्क पर अपना कब्जा जमा लिया है. विद्रोही समूह अल नुसरा फ्रंट ने देश को आजाद घोषित करते हुए कहा कि राष्ट्रपति बशर अल-असद भाग गए हैं. सीरिया में चल रहे इस माहौल को लेकर तमाम देशों ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है.
सीरिया की स्थिति को लेकर संयुक्त राष्ट्र अमेरिका ने कहा कि सीरिया के लिए अब यह सुनिश्चित करना सबसे जरूरी है कि वहां एक समावेशी राजनीतिक प्रक्रिया शुरू हो. देश को अब अपनी स्थिरता बहाल करनी होगी. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन सीरिया की स्थिति पर चर्चा करने के लिए रविवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों से मिलने वाले हैं.
क्या बोला इजरायल?
इजरायल की बात करें तो वह स्थिति को अलग नजरिए से देखा है. इजरायल का कहना है कि सीरिया में ज्यादातर इलाके अलकायदा और आईएसआईएस से जुड़े संगठनों के कंट्रोल में है. इजरायली सेना ने गोलन हाइट्स में अपनी सिक्योरिटी और टाइट कर दी है. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि बशर की सरकार गिरना एक ऐतिहासिक दिन है.
बारीकी से नजर रख रहा है चीन
वहीं चीन का कहना है कि वह सीरिया की स्थिति को करीब से देख रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि वहां जल्दी स्थिरता आएगी.
‘चरमपंथी ताकतों के हाथ न लगे देश’
जर्मनी के विदेश मंत्री बियरबॉक का कहना है कि राष्ट्रपति बशर अल असद का पतन सीरिया की जनता के लिए बड़ी राहत है. उनका कहना है कि देश को चरमपंथी ताकतों के हाथ में जाने से रोकने की जरूरत है.
‘सीरिया की जनता ले निर्णय’
सीरिया में अल-असद सरकार का करीबी माने जाने वाले ईरान ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सीरिया के भविष्य का निर्णय सीरिया की जनता को ही लेना चाहिए. इसमें किसी बाहर वाले के हस्तक्षेप स्वीकार नहीं किया जाएगा.
फायदा ना उठा पाए कोई आतंकी संगठंन
वहीं तुर्किये के विदेश मंत्री ने भी सीरिया की स्थिति पर कहा कि सत्ता का हस्तांतरण हो रहा है, लेकिन देश में यह सुनिश्चित करना जरूरी होगा कि कोई आतंकवादी संगठन इसका फायदा ना उठाएं.
‘ये राजनीतिक विफलता का परिणाम’
यूनाइटेड अरब अमीरात के सलाहकार अनवर गर्गाश ने कहा कि गैर राज्य तत्वों को राजनीतिक शून्य का फायदा नहीं उठाने देना चाहिए. UAE ने सीरिया की स्थिति को राजनीतिक विफलता का परिणाम बताया.
पुनर्निर्माण में सहायता करेगा यूरोपियन कमीशन
वही यूरोपियन कमीशन की प्रेसिडेंट उर्सुला वोन डेर लेयेन ने रविवार को घोषणा की कि यूरोपीय संघ सीरिया के पुनर्निर्माण में सहायता करने के लिए तैयार है. वह बशर अल असद के पतन के बाद अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे.
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