Bashar Al Assad Plane: सीरिया में हाल ही की घटनाओं में विद्रोही गुट राजधानी दमिश्क तक पहुंच चुके हैं, जिसके बाद राष्ट्रपति बशर अल-असद के देश छोड़ने की खबरें सामने आई हैं. हालांकि, उनके स्थान और स्थिति को लेकर अभी स्पष्ट जानकारी नहीं है. सोशल मीडिया पर यह भी दावा किया गया कि जिस विमान से असद ने दमिश्क छोड़ा, वह क्रैश हो गया या उसे टारगेट कर गिरा दिया गया. इन अफवाहों की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
द वॉरजोन की रिपोर्ट के मुताबिक, सीरिया में 12 दिनों से जारी विद्रोह ने राष्ट्रपति बशर अल-असद को राजधानी दमिश्क छोड़ने पर मजबूर कर दिया. असद सीरियाई एयरफोर्स के IL-76 विमान से भागे, लेकिन विमान के सुरक्षित पहुंचने की पुष्टि नहीं हुई. इसे लेकर दावा है कि विमान या तो क्रैश हो गया या जानबूझकर मार गिराया गया.कुछ लोगों ने विमान में तकनीकी खराबी की संभावना भी जताई है.
रूस जा रहा था विमान!
ऐसा कहा जा रहा है कि बशर अल-असद रूस जाने के लिए निकले थे, लेकिन उनके विमान के साथ कथित हादसा हो गया. मिस्र के पत्रकार खालिद महमूद के अनुसार, IL-76 विमान की ऊंचाई अचानक गिरने से संकेत मिलता है कि इसे "टारगेट" किया गया हो सकता है. विमान के रडार से गायब होने के बाद लेबनान के पास गिरने की खबरें हैं. हालांकि, इन दावों की पुष्टि नहीं हुई है.
सोशल मीडिया पर किए जा रहे अलग-अलग दावे
असद के लापता होने के बाद अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं, सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि उनके विमान को मार गिराया गया, क्योंकि वह देश से भागने का प्रयास कर रहे थे.अटकलें तब और तेज़ हो गईं जब ओपन-सोर्स फ्लाइट ट्रैकर्स ने खुलासा किया कि दमिश्क से निकलने वाला आखिरी विमान इल्यूशिन-76 विमान था, जिसकी उड़ान संख्या सीरियन एयर 9218 थी, जिसके बारे में माना जा रहा है कि असद उसी प्लेन से जा रहे थे.
कहा जा रहा है कि विद्रोही लड़ाकों की ओर से दमिश्क के हवाई अड्डे पर कब्ज़ा करने से कुछ समय पहले ही एक विमान उड़ान भरी थी. उड़ान डेटा के अनुसार, विमान ने उत्तर की ओर मुड़ने से पहले पूर्व की ओर उड़ान भरी. हालांकि, होम्स के ऊपर चक्कर लगाने के कुछ ही समय बाद इसका सिग्नल गायब हो गया.
सीरिया के गृह युद्ध में नया मोड़
सीरिया के गृह युद्ध ने एक नया मोड़ लिया है, क्योंकि विद्रोही बलों ने दमिश्क पर कब्जा करके बशर अल-असद को सत्ता से बेदखल कर दिया है. यह 13 साल के शासन और संघर्ष का अंत है, जिसमें भारी जनहानि हुई. सीरियाई सेना के कुछ हिस्से अब भी हमा, होम्स और डेरा में विद्रोहियों से लड़ाई जारी रखे हुए हैं.