China Protest: ब्रिटिश मंत्री बोले- चीन में बीबीसी पत्रकार को पीटा जाना बर्दाश्त नहीं, चीनी विदेश मंत्रालय ने दिया ये जवाब
BBC Journalist Arrested in China: शंघाई में जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ भड़के प्रदर्शन को कथित तौर पर कवर कर रहे बीबीसी के एक पत्रकार के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की. इस पर विवाद गहरा गया है.

BBC Journalist Beaten in China: चीन में जीरो कोविड नीति (China Zero Covid Policy) के विरोध में भड़के प्रदर्शन (China Protest) के दौरान रविवार (27 नवंबर) को बीबीसी के एक पत्रकार (BBC Journalist) को कथित तौर पर हिरासत में लेने और उसे पीटे जाने का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है. ब्रिटेन के व्यापार, ऊर्जा और औद्योगिक रणनीति राज्य मंत्री ग्रांट शैप्स (Grant Shapps) ने सोमवार (28 नवंबर) को चीनी पुलिस (Chinese Police) की कार्रवाई को 'अस्वीकार्य' और 'चिंताजनक' बताया. वहीं, चीन के विदेश मंत्रालय ने मामले पर सफाई देते हुए कहा कि बीबीसी के पत्रकार ने अपनी पहचान नहीं बताई थी.
ब्रिटेन के मंत्री का बयान
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, ब्रिटेन के व्यापार, ऊर्जा और औद्योगिक रणनीति राज्य मंत्री ग्रांट शैप्स ने चीनी पुलिस की कार्रवाई को अस्वीकार्य और चिंताजनक बताते हुए एलबीसी रेडियो से कहा, ''कुछ भी हो, प्रेस की स्वतंत्रता अबाध होनी चाहिए.''
चीन के विदेश मंत्रालय ने दी ये सफाई
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने सोमवार (28 नवंबर) को कहा, ''शंघाई के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, उसने (बीबीस पत्रकार) अपनी पहचान, पत्रकार के तौर पर नहीं बताई थी और उसने स्वेच्छा से अपना आई कार्ड नहीं दिखाया था.'' इसके अलावा, झाओ लिजियान ने अंतर्राष्ट्रीय मीडिया से चीन में रहने के दौरान देश के कानूनों और नियमों का पालन करने को कहा.
क्या कहा था बीबीसी ने?
ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (BBC) ने आरोप लगाया था कि शंघाई (Shanghai) में विरोध प्रदर्शन को कवर कर रहे उसके पत्रकार एड लॉरेंस (Ed Lawrence) को गिरफ्तार किया गया, हथकड़ी लगाई गई और लात मारी गई. बीबीसी ने बयान में कहा, ''बीबीसी हमारे पत्रकार एड लॉरेंस के साथ हुए सलूक को लेकर बेहद चिंतित है, जिसे शंघाई में विरोध प्रदर्शनों की रिपोर्ट तैयार करने के दौरान गिरफ्तार किया गया, हथकड़ी लगाई और रिहा करने से पहले उसे कई घंटों हिरासत में रखा गया. गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने उसे पीटा और लात मारी. यह तब हुआ जब वह एक मान्यता प्राप्त पत्रकार के रूप में काम कर रहे थे.''
बयान में बीबीसी ने यह भी कहा, ''हमें चीनी अधिकारियों की ओर से कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण नहीं मिला है, न ही उन्होंने खेद नहीं जताया है, इसके उलट उन्होंने दावा किया है कि पत्रकार को उसके भले के लिए ही गिरफ्तार किया गया था ताकि भीड़ में वह कोविड से संक्रमित न हो जाए. हम इसे विश्वसनीय स्पष्टीकरण नहीं मानते हैं.''
A statement from the BBC on what happened to me in Shanghai last night while doing my job.
— Edward Lawrence (@EP_Lawrence) November 28, 2022
I understand at least one local national was arrested after trying to stop the police from beating me.
Thanks very much for the kind words and messages of concern. https://t.co/weoDAMakvO
चीन में इस घटना से जिनपिंग सरकार के खिलाफ भड़के लोग
बता दें कि कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए चीनी सरकार शून्य कोविड नीति पर अड़ी हुई है, इस कारण वहां पर अब भी कई शहरों में लोगों को कड़े प्रतिबंधों से दो-चार होना पड़ रहा है. कई शहरों में लॉकडाउन चल रहा. हाल में उरुमकी शहर में एक जगह आग लगने पर कोरोना प्रतिबंधों के चलते उसे समय पर बुझाया नहीं जा सका और कई लोगों की मौत हो गई.
घटना के बाद शी जिनपिंग सरकार की जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ प्रदर्शन भड़क उठे. रविवार को शंघाई में ऐसे ही एक प्रदर्शन के दौरान बीबीसी के पत्रकार को कथित तौर पर पुलिस की कार्रवाई का शिकार होना पड़ा. रिपोर्ट्स के मुताबिक, हालात अब भी सामान्य नहीं हुए हैं.
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