बेरूत: लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए भीषण विस्फोट के बाद सरकार ने दो सप्ताह के लिए आपातस्थिति की घोषणा की है और इस दौरान सेना को कई अधिकार दिए गए हैं. सरकार ने बुधवार को कैबिनेट बैठक के बाद इसकी घोषणा की. सरकार ने कहा कि बेरूत बंदरगाह के कई अधिकारियों को यह जांच होने तक नजरबंद किया जा रहा है कि 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट बंदरगाह तक कैसे लाया गया.
माना जा रहा है कि लापरवाही के कारण विस्फोट हुआ. इस घटना में 100 से अधिक लोग मारे गए और करीब 4,000 लोग घायल हो गए. इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लेबनान के लोगों के प्रति संवेदना जतायी है. उन्होंने इस विनाशकारी विस्फोट के बाद देश में मानवीय सहायता भेजने की पेशकश की है.
दुनिया के कई देशों ने लेबनान को मदद की पेशकश की
बेरूत में भीषण विस्फोट के एक दिन बाद दुनिया के कई देशों ने लेबनान की मदद का संकल्प जताया. ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया से लेकर यूरोप के कुछ देशों, अमेरिका और अन्य देशों ने मदद की पेशकश की. फ्रांस ने दो विमानों के जरिए बुधवार को बेरूत के लिए मदद की सामग्री और बचाव दल के लोगों को भेजा. बेरूत में हुए भीषण धमाके के बाद फ्रांसीसी राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों गुरुवार को लेबनान की यात्रा पर जा रहे हैं.
चेक रिपब्लिक, जर्मनी, यूनान, पोलैंड और नीदरलैंड ने भी मदद की पेशकश की है. विश्व स्वास्थ्य संगठन भी चिकित्सा उपकरणों को लेबनान के लिए भेजा है. रूस के आपात राहत अधिकारियों ने बताया कि उनका देश राहत सामग्री के साथ पांच विमान बेरूत भेजेगा.
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