China Taiwan Dispute: चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. अब एक बार फिर चीनी युद्धक विमानों ने ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार किया है. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने रविवार (24 दिसंबर) को कहा कि पिछले 24 घंटों में उसने आठ चीनी लड़ाकू विमानों को ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार करते हुए देखा है.
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि चीन के जे-10, जे-11 और जे-16 लड़ाकू विमानों ने जलडमरूमध्य के उत्तर और केंद्र में मध्य रेखा को पार कर लिया है. रक्षा मंत्रालय के दावे के अनुसार, ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को एक चीनी गुब्बारे ने भी पार किया है. मंत्रालय ने कहा है कि ताइवान ने अपनी निगरानी के लिए सेनाएं भेजीं हैं.
ताइवान ने चीनी गुब्बारे को लेकर भी किया दावा
मंत्रालय के अनुसार, चीनी गुब्बारे को शनिवार की सुबह मध्य रेखा को पार करने के बाद उत्तरी ताइवान के बंदरगाह शहर कीलुंग के उत्तर-पश्चिम में 97 समुद्री मील (180 किमी) लगभग 20,000 फीट (6,100 मीटर) की ऊंचाई पर देखा गया था. मंत्रालय ने कहा कि गुब्बारा पूर्व की ओर गया और लगभग एक घंटे बाद गायब हो गया.
बता दें कि जासूसी के लिए चीन द्वारा गुब्बारों का उपयोग करने की संभावना फरवरी में एक वैश्विक मुद्दा बन गई, जब संयुक्त राज्य अमेरिका ने एक चीनी निगरानी गुब्बारे को मार गिराया था. हालांकि तब चीन ने अपनी सफाई में कहा था कि गुब्बारा एक नागरिक जहाज था जो गलती से भटक गया था.
13 जनवरी को होना है ताइवान में चुनाव
गौरतलब है ताइवान अगले साल 13 जनवरी को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी कर रहा है. ऐसे में चीन ने इस तरह की हरकतें बढ़ा दी हैं. ताइवान को पहले से आशंका यह है कि बीजिंग ताइवान में चुनाव को प्रभावित करने के लिए इस तरह की गतिविधियां कर सकता है. दोनों देशों के बीच विवाद की बात करें तो चीन का दावा है कि ताइवान उसी का एक हिस्सा है, जो एक दिन फिर से चीन का हिस्सा होगा. वहीं, ताइवान खुद को एक आजाद देश मानता है, जिसका अपना संविधान है और वहां के लोगों की चुनी हुई सरकार वहां शासन करती है.