अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने म्यांमार पर नए प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी है. बाइडन म्यांमार में सैन्य तख्तापलट से काफी नाराज हैं. उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए हमला बताया है. आंग सान सू की समेत कई बड़े नेताओं की गिरफ्तारी के सेना के कदम की अमेरिका ने कड़ी आलोचना की थी.


इसी के बाद अमेरिका से अब म्यांमार पर प्रतिबंध लगाने की चेतावनी की ये खबर आई है. बड़ी खबर ये भी है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने म्यांमार के हालात को लेकर आज आपात बैठक भी बुलाई है.


हम हालात के बारे में सूचना जुटा रहे हैं- चीन विदेश मंत्रालय


वहीं, चीन ने म्यांमार में सैन्य तख्तापलट पर सभी पक्षों से संविधान और कानूनी ढांचे के तहत गतिरोध दूर करने और देश में राजनीतिक स्थिरता बनाए रखने का सोमवार को आह्वान किया. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘म्यांमार में जो कुछ हुआ है, हमने उसका संज्ञान लिया है और हम हालात के बारे में सूचना जुटा रहे हैं.’’


उन्होंने कहा, ‘‘चीन, म्यांमार का मित्र और पड़ोसी देश है. हमें उम्मीद है कि म्यांमार में सभी पक्ष संविधान और कानूनी ढांचे के तहत अपने मतभेदों को दूर करेंगे साथ ही राजनीतिक और सामाजिक स्थिरता बनाए रखनी चाहिए.’’ चीन, म्यांमार का महत्वपूर्ण आर्थिक भागीदार है और उसने चीन-म्यांमार आर्थिक गलियारे (सीएमईसी) में नौ अरब डॉलर का निवेश किया है. इस गलियारे के जरिए हिंद महासागर तक चीन की सीधी पहुंच होगी.


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