Malaysian PM visit to Pakistan: मलेशिया के प्रधानमंत्री दातो सेरी अनवर इब्राहिम 2 से 4 अक्टूबर तक तीन दिवसीय यात्रा के लिए बुधवार को पाकिस्तान पहुंचे हैं. जहां वो पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करेंगे. पाकिस्तान की सरजमीं पर उतरने के बाद एयरपोर्ट पर पीएम शहबाज, उपप्रधानमंत्री इशाक डार और संघीय कैबिनेट के सदस्य भी उपस्थित थे. मामले पर बीते सोमवार को विदेश कार्यालय ने बयान जारी कहा कि पाकिस्तान और मलेशिया व्यापार, कनेक्टिविटी, एनर्जी, एग्रीकल्चर, पर्यटन समेत अन्य महत्वपूर्ण चीजों पर चर्चा करेंगे.


विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच ने कहा कि दोनों नेता क्षेत्रीय और वैश्विक विकास पर भी चर्चा करेंगे. इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में पाकिस्तान-मलेशिया संबंधों को और मजबूत करने के व्यापक एजेंडे पर विचार विमर्श करेंगे. वहीं अगर मलेशियाई PM की बात करें तो वो ऐसे समय में पाकिस्तान का दौरा कर रहे हैं, जब वहां पहले से भारत से भगोड़े साबित किए जाने वाली इस्लामिक स्कॉलर जाकिर नाइक उपदेश देने के लिए पहुंचे हुए हैं, जो काफी समय से मलेशिया में रह रहे हैं. इस तरह से भारत के पड़ोसी मुल्क में कट्टरपंथियों की जमात जुट चुकी है.


जाकिर नाइक को पाकिस्तान में मिली जेड प्लस सुरक्षा

मलेशिया में शरण लेने वाले जाकिर नाइक के लिए तो पाकिस्तान ने पलकें बिछाकर रख दी है. उन्होंने नाइक को जेड प्लस जैसी हाई लेवल की सिक्योरिटी प्रदान की है. उनकी सुरक्षा में पाकिस्तान रेंजर्स की टुकड़ी को तैनात किया गया है. वहीं नाइक के पीछे-पीछे पाकिस्तान पहुंचने वाले मलेशिया के पीएम अनवर इब्राहिम ने अगस्त में ही भारत के दौरे पर पहुंचे थे. जहां उनसे नाइक के प्रत्यर्पण पर सवाल किया गया था. हालांकि, तब उन्होंने सबूतों को लेकर बात किया था. वैसे भी सारी दुनिया इस बात को अच्छे से जानती है कि जाकिर नाइक का मलेशियाई पीएम से अच्छी दोस्ती है, इसलिए वो भारत के कहने पर कोई एक्शन नहीं लेने वाले.


मलेशियाई पीएम ने करवाया धर्म परिवर्तन
ये पहली बार नहीं है जब मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम  जाकिर नाइक के साथ अपनी दोस्ती का सबूत दे चुके हैं. वो कई बार जाकिर नाइक से शो में उनके साथ स्टेज शेयर कर चुके हैं. इससे पहले साल 2023 में क्लैंग में जुमा के नमाज के बाद खुलेआम एक लड़के का धर्म परिवर्तन करवा दिया था. इस घटना के बाद से वो गैर-मुस्लिम देश के निशाने पर भी आ गए थे.