न्यू यॉर्क: सात दिनों के अमेरिकी दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 48 घंटों के भीरत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से दूसरी मुलाकात हुई. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र के इतर राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात की और उनके साथ द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. ह्यूस्टन में दोनों नेताओं के ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में हिस्सा लेने के दो दिन बाद यह बैठक हुई. इस मुलाकात के दौरान के अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक बार फिर कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि मोदी और इमरान दोनों लोग मिलकर इस मुद्दे को सुलझाएं. ट्रंप बैठक ऑफ द रिकॉर्ड पीएम मोदी से कश्मीर मुद्दा सुलझाने का आग्रह किया. बता दें कि भारत पूरी तरह से स्पष्ट कर चुका है कि कश्मीर के मुद्दे पर किसी तरह की कोई मध्यस्थता स्वीकार नहीं है.


एबीपी न्यूज़ ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के आतंकियों को ट्रेनिंग देने के कुबूलनामे पर अमेरिकी राष्ट्रपति से सवाल किया. ट्रंप इस सवाल को पहले तो टाल गए लेकिन बाद में कहा कि मैंने ऐसा कोई बयान नहीं सुना है लेकिन आपके पीएम इसका समाधान जरूर करेंगे. राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि मोदी एक महान व्यक्ति हैं, वह भारत में एलविस प्रेस्ली की तरह लोकप्रिय हैं. बता दें कि एलविस प्रेस्ली मशहूर अमेरिकी गायक और अभिनेता थे. ह्यूसटन में पीएम मोदी के भाषण को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने सख्त और स्पष्ट संदेश दिया.


राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि जल्द ही उनका देश भारत के साथ एक व्यापार समझौते पर पहुंच जाएगा. इससे दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और मजबूती मिलेगी. ट्रंप ने कहा, "हम इस पर अच्छा कर रहे हैं... मुझे लगता है कि जल्द ही हम व्यापार समझौता कर लेंगे." ट्रंप से सवाल किया गया था कि क्या भारत- अमेरिका वार्ता में किसी व्यापार समझौते की उम्मीद है?


राष्ट्रपति ट्रम्प ने भारत और पाकिस्तान के बीच किसी तरह की मध्यस्थता से दूरी बनाते हुए कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान कश्मीर पर ‘‘कोई हल निकाल सकें तो यह अच्छा होगा.'' उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ''यह अच्छा होगा अगर वे कश्मीर का कोई हल निकाल सकें.’’ गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले ट्रम्प ने खान मुलाकात की थी और कहा था कि अगर भारत और पाकिस्तान राजी हो जाएं तो वह कश्मीर मुद्दे पर दोनों देशों के बीच मध्यस्थता कर सकते हैं. इससे पहले दोनों नेताओं ने रविवार को ह्यूस्टन में मुलाकात की और ‘हाउडी, मोदी’ महारैली में मंच साझा किया जहां उन्होंने आतंकवाद से लड़ाई पर करीबी मित्रता और साझा दूरदृष्टि प्रदर्शित कीं.