Pakistan: आर्थिक संकट और राजनैतिक संकट से जूझ पाकिस्तान को लेक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने बड़ा बयान दिया है. भुट्टो ने संवैधानिक संकट के चलते देश में मार्शल लॉ या आपातकाल जैसी स्थिति होने की आशंका जताई है. विदेश मंत्री के अनुसार, अगर पंजाब में प्रांतीय चुनाव स्थगित करने के मामले की सुनवाई के लिए उच्चतम न्यायालय की बड़ी पीठ का गठन नहीं किया गया, तो देश में आपातकाल या मार्शल लॉ लागू हो सकता है.
बिलावल ने पाकिस्तान के आर्थिक हालातों के साथ, देश में चल रहे राजनीतिक और न्यायिक हालातों को लेकर चिंता जताई है. देश में मार्शल लॉ या आपातकाल जैसी स्थिति की आशंका जाहिर करते हुए बिलावल भुट्टो ने चुनाव आयोग के आदेश के खिलाफ पीटीआई की याचिका पर तीन जजों की बेंच द्वारा दिया गया फैसला मानने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी फुल कोर्ट के फैसले को स्वीकार करेगी और उसे लागू भी करेगी.
पीटीआई पर लगाया गंभीर आरोप
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री पर अफगानिस्तान से आमंत्रित कर पाकिस्तान में आतंकवादियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया. इमरान खान पर निशाना साधते हुए भुट्टो ने कहा कि पीटीआई प्रमुख की नीतियों ने आतंकवादियों के नेटवर्क को मजबूत किया है. उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तानी सेना, रेंजर्स और पुलिस ने कुबार्नी देकर आतंकवाद का सफाया किया, साथ ही पाकिस्तान में शांति बनाए रखी, लेकिन इमरान खान ने आतंकवादियों को बढ़ावा देने का काम किया.
सुप्रीम कोर्ट ने शहबाज सरकार को दिया झटका
गौरतलब है कि पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब प्रांत में आठ अक्तूबर तक चुनाव स्थगित करने के चुनाव आयोग के फैसले को 'असंवैधानिक' बताया है. साथ ही कोर्ट ने मतदान के लिए 14 मई की तारीख भी तय की है. कोर्ट के इस फैसले को शहबाज सरकार के लिए करारा झटका कहा जा सकता है, जो सुरक्षा मुद्दों और आर्थिक संकट का हवाला देते हुए प्रांतीय चुनाव में देरी करने की कोशिश कर रही थी.