(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले बिलावल भुट्टो पिछले चार साल में कितने अमीर हुए, कुल संपत्ति जान चौंक जाएंगे
Bilawal Bhutto Total Net Worth: पिछले चार सालों में बिलावल भुट्टो की संपत्ति में खूब बढ़ोतरी हुई है. वहीं, दूसरी तरफ देखें तो पाकिस्तान के हालात ठीक नहीं है. पड़ोसी मुल्क आर्थिक तंगी से जूझ रहा है.
Bilawal Bhutto Total Net Worth: पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी यानी पीपीपी प्रमुख और पूर्व पीएम बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी अपने बयानों के कारण सुर्खियों में बने रहते हैं. आये दिन पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो भारत के खिलाफ जहर उगलते रहते हैं.
आज हम आपको बिलावल भुट्टो जरदारी की कुल संपत्ति के बारे में बताएंगे. दरअसल, 33 वर्षीय बिलावल भुट्टो के पास रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2023 में 15 मिलियन अमेरिकी डॉलर की कुल संपत्ति है. इससे पहले साल 2021 में भुट्टो के पास कुल 12 मिलियन अमेरिकी डॉलर की कुल संपत्ति हुआ करती थी.
चार साल में कितने अमीर हुए भुट्टो
इससे पहले साल 2020 में बिलावल भुट्टो की कुल संपत्ति 96 लाख अमेरिकी डॉलर हुआ करती थी. वहीं साल 2019 में पाकिस्तान के मौजूदा विदेश मंत्री की कुल संपत्ति करीब 76 लाख अमेरिकी डॉलर हुआ करती थी. वहीं आज उनकी कुल संपत्ति 15 मिलियन अमेरिकी डॉलर है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पिछले चार सालों में बिलावल भुट्टो की संपत्ति में कितनी बढ़ोतरी हुई है. वहीं, दूसरी तरफ देखें तो पाकिस्तान के हालात ठीक नहीं है. पड़ोसी मुल्क आर्थिक तंगी से जूझ रहा है.
बिलावल भुट्टो की कुल संपत्ति
21 सितंबर, 1988 को पाकिस्तान में जन्मे, बिलावल भुट्टो जरदारी के पास विदेश में ज्यादा एसेट्स हैं. जानकारी के मुताबिक दुबई में उनके पास 25 प्रॉपर्टी हैं. बिलावल भुट्टो दुबई में दो लग्जरी विला के मालिक हैं. बिलावल भुट्टो के पास 10 मिलियन रुपये जितनी कीमत के घोड़े हैं और 16.6 मिलियन रुपये के हथियार हैं. साथ ही उनके नाम पर 6 लग्जरी गाड़ियां हैं, जो बताती हैं कि उनकी रिच लाइफस्टाइल है.
कौन हैं बिलावल भुट्टो?
बिलावल भुट्टो को साल 2007 में उनकी मां बेनजीर भुट्टो की हत्या की तीन बाद ही पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का चेयरमैन बना दिया गया था. लेकिन, इसके बाद भी उन्होंने ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई जारी रखी. इसके बाद वे साल 2010 में पाकिस्तान लौट आए और पार्टी में एक्टिव हो गए. फिर 29 साल की उम्र में सासंद बने और अब सबसे कम उम्र के विदेश मंत्री बन गए हैं.