Pakistan Floods 2022: अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में भारत और पीएम मोदी के खिलाफ जहर उगलने के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने अपने देश के लिए 'पैसे' की मांग की है. बिलावल भुट्टो ने अगले महीने होने वाले संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन से पहले धन जुटाने के लिए दुनिया से आग्रह किया है, ताकि पाकिस्तान में आई विनाशकारी बाढ़ से उबरने में मदद मिल सके.
दरअसल, इस समय पाकिस्तान भयंकर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. क्योंकि पाकिस्तान के पास एक महीने के आयात, डॉलर के बदले कमजोर पाकिस्तानी रुपया और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष का समय पर लोन ना चुका पाने की चुनौतियों से गुजर रहा है.
कठिन परिस्थिति से गुजर रहा पाकिस्तान
बिलावल भुट्टो ने वॉशिंगटन डीसी में ब्लूमबर्ग टेलीविजन के साथ एक इंटरव्यू में कहा, "पाकिस्तान इस समय कठिन परिस्थिति से गुजर रहा है, जहां हम आईएमएफ के साथ अपने आर्थिक संकेतकों का प्रबंधन करने की कोशिश कर रहे हैं. इसके साथ ही हम पाकिस्तान में लोगों को राहत प्रदान करने की कोशिश कर रहे हैं और देश में पुनर्निर्माण और पुनर्वास के लिए आगे की योजना बना रहे हैं."
अब पाकिस्तान से कैमरे चले गए...
भुट्टो ने कहा, "दुर्भाग्य से, अब पाकिस्तान से कैमरे चले गए हैं, सभी का ध्यान हट गया है, लेकिन मेरे देश के कई इलाकों में अब भी बाढ़ का पानी जमा है." बता दें कि साल 2022 की बारिश में पाकिस्तान ने अब तक की सबसे भयानक बाढ़ को झेला है. इस बाढ़ में 1,700 से अधिक लोगों की जान चली गई, देश में एक बड़ा जमीन का हिस्सा पानी में डूब गया और देश के विकास को नुकसान पहुंचाया. बाढ़ से पाकिस्तान को लगभग 32 बिलियन डॉलर और देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है.
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि वैश्विक समुदाय ने पाकिस्तान में विनाशकारी बाढ़ के बाद पर्याप्त धन उपलब्ध नहीं करवाया. इसके चलते अगले महीने यूएन के खाद्य सहायता कार्यक्रम को स्थगित किया जा सकता है. पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र निवासी की कॉडिनेटर जूलियन हार्नेस के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र और पाकिस्तान ने एक संयुक्त अपील की है जिसके तहत 816 मिलियन डॉलर का फंड जुटाना है. अभी तक इसका लगभग 30% ही प्राप्त किया जा सका है. अब फंड के लिए स्विटजरलैंड के जिनेवा में 9 जनवरी को होने वाले सम्मेलन में और फंड की मांग की जाएगी.
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