नई दिल्ली: माइक्रोसॉफ्ट संस्थापक बिल गेट्स ने लंबे समय बाद अपने खिलाफ उठ रही आवाज पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कोरोना वायरस की वैक्सीन के साथ माइक्रोचिप्स लगाने की ‘साजिश थ्योरी’ को खारिज कर दिया है. माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. 'साजिश थ्योरी' के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने इसे मूर्खतापूर्ण करार दिया.
'साजिश थ्योरी' के मुताबिक, बिल गेट्स कोरोना वायरस से फैली महामारी को अवसर समझते हैं. जिसका इस्तेमाल करते हुए उनकी मंशा वैक्सीन के साथ माइक्रोचिप्स लगाने की है. इस चिप के जरिए माइक्रोसॉफ्ट संस्थापक पूरी आबादी की निगरानी करना चाहते हैं. कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत से ही 'साजिश थ्योरी' की चर्चा शुरू हो गई थी.
मई में 'साजिश थ्योरी' पर एक सर्वे किया गया, जिसमें पाया गया कि 44 फीसद रिपब्लिक समर्थकों ने 'साजिश थ्योरी' पर सहमित जताई. सिर्फ 26 फीसद रिपब्लिक समर्थकों ने कहानी को झूठा बताया जबकि 19 फीसद डेमोक्रेट्स समर्थकों ने 'साजिश थ्योरी' पर विश्वास किया.
कोरोना की आड़ में क्या है 'साजिश थ्योरी' की कहानी
बिल गेट्स ने महामारी के खिलाफ नेताओं की उदासीनता पर खुल कर बोला है. मार्च में उन्होंने महामारी के प्रति गंभीरता नहीं दिखाने पर अमेरिकी सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा था कि शटडाउन से बचने के लिए हमने तेजी से कदम नहीं उठाए. पत्रकारों के सवालों पर प्रतिक्रिया देते हुए बिल गेट्स ने महामारी के खिलाफ जारी शोध के लिए घातक बताया.
उन्होंने कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए की जा रही पहल को इससे नुकसान पहुंचने की आशंका जताई. उन्होंने थ्योरी को मूर्खतापूर्ण करार देते हुए कहा कि जिस तरह ये बात फैलाई जा रही है, आप इसे मजाक समझ सकते हैं, लेकिन उनका मानना है कि ये कोई मजाक की बात नहीं है. उन्होंने दावा किया कि माइक्रोचिप्स जैसी किसी भी चीज से उनका कभी संबंध नहीं रहा है.
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