(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
अंतरिक्ष यात्रा पर गए अरबपति रिचर्ड ब्रैनसन धरती पर लौटे, 56 मिनट के सफर में साथ थीं भारतवंशी शीरिषा बांदला
Richard Branson Space Tour: भारतीय समय के अनुसार रिचर्ड ब्रैनसन के विमान ने सवा आठ बजे उड़ान भरी. इस दौरान उनके साथ पांच सदस्य और भी थे जिसमें से एक भारतवंशी शीरिषा बांदला भी शामिल थीं.
Richard Branson Space Tour: अंतरिक्ष यात्रा पर गए अरबपति रिचर्ड ब्रैनसन वापस धरती पर लौट आए हैं. खास बात ये रही है कि ब्रैनसन अपने साथ पांच सदस्यों को भी अंतरिक्ष में लेकर गए थे. इसमें भारतवंशी शीरिषा बांदला भी शामिल थीं. ये पूरा सफर करीब 56 मिनट का रहा. इसमें से वे सिर्फ चार मिनट ही अंतरिक्ष में रहे. भारतीय समय के मुताबिक सवा आठ बजे उनके विमान ने उड़ान भरी. 9 बजकर 11 मिनट पर वो धरती पर वापस लौटे. धरती पर लौटने के बाद रिचर्ड ब्रैनसन ने वर्जिन गैलेक्टिक स्पेसशिप की तारीफ की. धरती पर लौटने के बाद ब्रैनसन ने अपने पहले बयान में कहा कि अंतरिक्ष में जाकर अच्छा लगा.
अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की तीसरी महिला बनीं शीरिषा बांदला
शीरिषा बांदला का जन्म आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में हुआ. उनका पालन पोषण टेक्सास के ह्यूस्टम में हुआ है. वह अंतरिक्ष में जाने वालीं भारतीय मूल की तीसरी महिला बन गई हैं. इससे पहले कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में पहुंची थीं.
कौन हैं रिचर्ड ब्रैनसन, जानें उनके बारे में
ब्रिटेन के वर्जिन समूह के संस्थापक ब्रैनसन एक सप्ताह में 71 साल के हो जाएंगे. इस गर्मी के अंत तक उनके उड़ान पर जाने की संभावना नहीं थी लेकिन ‘ब्लू ऑरिजिन’ के जेफ बेजोस द्वारा 20 जुलाई को वेस्ट टेक्सास से अपने रॉकेट के जरिए अंतरिक्ष में जाने की घोषणा के बाद ब्रैनसन ने पहले ही अंतरिक्ष यात्रा पर निकलने का फैसला किया.
अंतरिक्ष यान ने न्यू मैक्सिको के दक्षिणी रेगिस्तान से अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी. करीब पांच सौ लोग दर्शकों में शामिल थे जिनमें उनकी पत्नी, बेटा बेटी और पोता पोती भी थे. अंतरिक्ष यान करीब 8 1/2 मील (13 किमी) की ऊंचाई पर पहुंचने के बाद अपने मूल विमान से अलग हो गया और करीब 88 किमी की ऊंचाई पर जाकर वह अंतरिक्ष के छोर पर पहुंच गया. यहां पहुंचने पर चालक दल के सदस्यों को कुछ मिनट के लिए भारहीनता की स्थिति महसूस हुई. ब्रैनसन ने अचानक ही पिछले दिनों ट्विटर पर अंतरिक्ष यात्रा की घोषणा की थी. उनकी उड़ान का मकसद अंतरिक्ष पर्यटन को बढ़ावा देना है जिसके लिए पहले से 600 से ज्यादा लोग इंतजार कर रहे हैं.
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