Bitcoin Cryptocurrency: रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद नीचे गिरा बिटकॉइन, जानें क्या खतरे हैं मौजूद
Bitcoin Cryptocurrency News: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के 1.9 ट्रिलियन डॉलर के राजकोषीय प्रोत्साहन पर हस्ताक्षर करने और कोविड टीकाकरण में तेजी लाने के आदेश देने के बाद शनिवार को बिटकॉइन 61,781.83 डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया था. हालांकि अब जो इसमें गिरावट हो वो कुछ लोगों के लिए चिंता का सबब बन रही है.
क्रिप्टोकरेंसी पर भारत में संभावित प्रतिबंध लगाने की खबरों के बीच सोमवार को बिटकॉइन नीचे गिर गया. सप्ताहांत में यह रिकॉर्ड 60,000 डॉलर से अधिक की ऊंचाई पर पहुंच गया था. दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के 1.9 ट्रिलियन डॉलर के राजकोषीय प्रोत्साहन पर हस्ताक्षर करने और कोविड टीकाकरण में तेजी लाने के आदेश देने के बाद शनिवार को बिटकॉइन ने 61,781.83 डॉलर के उच्च रिकॉर्ड को छुआ था. हालांकि सोमवार दोपहर के कारोबार में बिटकॉइन की कीमत 5.3 प्रतिशत घटकर 55,865 डॉलर थी.
बिटकॉइन को लेकर असमंजस
कुछ निवेशक बिटकॉइन को मुद्रास्फीति के खिलाफ एक बचाव के रूप में देखते हैं. विश्लेषकों का मानना है कि बिटकॉइन के उदय से एक मजबूत आर्थिक सुधार की संभावनाओं को मदद मिली है. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने रातोंरात न्यूज एजेंसी रायटर को बताया कि एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था यानी भारत एक ऐसा बिल तैयार कर रहा है, जिसमें क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े गतिविधियों को अपराध की श्रेणी में रखा जाएगा. यह बिल भारत सरकार के जनवरी के एजेंडे के अनुरूप था, जिसमें निजी आभासी मुद्राओं जैसे बिटकॉइन पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया गया था और अपनी डिजिटल मुद्रा के लिए एक रूपरेखा तैयार की गई थी.
कीमत में आई गिरावट
ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करने वाले प्लेटफॉर्म एवीए लैब्स के अध्यक्ष जॉन वू ने कहा, "क्रिप्टोकरंसी पर प्रतिबंध लगाने की खबरों के बीच बिटकॉइन 60,000 डॉलर से शुरू होकर 56,000 डॉलर तक की गिरावट की ओर गया." भारत में इस पर प्रतिबंध लगाने के खतरे के बाद लेन-देन की मात्रा में कमी आई है.
बता दें कि दुनिया की सबसे बड़ी आभासी मुद्रा शनिवार को रिकॉर्ड 61,781.83 डॉलर पर पहुंच गई थी. फरवरी के अंत से इसमें 40 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई. सोमवार की वापसी के बावजूद कई निवेशकों का मानना है कि बिटकॉइन की कीमत और गिर सकती है. क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज लिक्विड के टोक्यो स्थित मुख्य परिचालन अधिकारी सेठ मेल्मेड ने कहा कि भारत जिस तरह का प्रस्ताव दे रहा है, वह बिटकॉइन के लिए आगे लाभ के लिए बाधा नहीं होगा. क्योंकि यह विकेंद्रीकृत है और सरकारी प्रतिबंध या स्वीकृति कुछ हद तक अप्रासंगिक है.
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