Black Hawk Down: अफगानिस्तान में दुर्घटना ग्रस्त हुआ यूएस हेलीकॉप्टर ब्लैक हॉक, 3 लोगों की मौत
अफगानिस्तान की प्रेस के मुताबिक ब्लैकहॉक हेलिकॉप्टर काबुल में एक सैन्य प्रशिक्षण हवाई अड्डे के अंदर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस दुर्घटना में कुल तीन लोगों की मौत हो गई.
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Black Hawk Down In Afghanistan: अफगानिस्तान (Afghanistan) में एक ब्लैकहॉक हेलीकॉप्टर (Black Hawk ) तकनीकि वजहों के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया. अफगानिस्तान में शासन कर रहे तालिबान (Taliban) के रक्षा मंत्रालय (Defence Ministry) ने बयान जारी कर बताया कि एक प्रशिक्षण अभ्यास के दौरान शनिवार दोपहर अफगानिस्तान के काबुल में एक ब्लैकहॉक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस दुर्घटना में कुल तीन लोगों की मौत हो गई.
अफगानिस्तान की खामा प्रेस के मुताबिक ये ब्लैकहॉक हेलिकॉप्टर कथित तौर पर काबुल में एक सैन्य प्रशिक्षण अड्डे के अंदर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से दो पायलट की मौत हो गई है तो वहीं दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गये हैं.
'अफगानिस्तान में तालिबान ने हथियाई थी सत्ता'
पिछले साल अगस्त में जब तालिबान ने सैन्य हस्तांतरण के जरिए अफगानिस्तान में सत्ता हथियाई थी उस समय उसके हाथ कुछ अमेरिका निर्मित हथियार भी लगे थे. जिनमें ब्लैकहॉक जैसे विमान शामिल थे. हेलिकॉप्टर हादसे की वजह तकनीकि कारण बताये जा रहे हैं.
15 अगस्त 2021 को अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद अशरफ गनी तालिबान के सैन्य हमले के दौरान देश छोड़कर यूएई भाग गये थे. उनके यूएई भागने से अफगानिस्तान का लोकतांत्रिक प्रशासन ध्वस्त हो गया. और तालिबान ने वहां पर अपनी सरकार बना ली थी. हालांकि बाद में गनी ने यूएई भागने की पीछे की वजह देश में रक्तपात को रोकना बताया था.
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने क्यों छोड़ा था देश?
उन्होंने कहा था कि वो (तालिबान) जाहिर तौर पर हमसे बातचीत करने नहीं आ रहे थे. मेरे वहां रुकने से उनके सैन्य हमले का जवाब देना हमारी सेना की मजबूरी हो जाती. जिससे बेवजह का रक्तपात होता. अगर मैं वहां रुकता तो वह मुझे बंदी बना लेता या मार देते. कई कारणों की वजह से मैंने देश छोड़ना ज्यादा मुनासिब समझा.
बिखरी-टूटी हुई अर्थव्यवस्था का देश है अफगानिस्तान
अफगानिस्तान में तालिबान के सैन्य सत्ता हस्तांतरण के तुरंत बाद अमेरिका ने उसके अमेरिकी बैंकों में जमा सारे पैसे जब्त कर लिये थे. एक अनुमान के मुताबिक अफगानिस्तान सरकार के लगभग 7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की संपत्ति अमेरिकी बैंको में जमा है. तालिबान लगातार अमेरिकी सरकार से अपने पैसे जारी करने की मिन्नतें कर रहा है ताकि वह देश में अपनी सरकार ठीक तरह से चला सके.
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