वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपने मित्र बताया. इसी सिलसिले में में ट्रंप ने आगे बताया है कि बताया कि मोदी ने उनसे कहा था कि अफगानिस्तान से अमेरिका को कुछ भी नहीं मिला है. जाने-माने पत्रकार बॉब वुडवर्ड की ताजा किताब में यह जानकारी दी गई है. यह किताब मंगलवार को स्टोर्स में आई.


विवादों में है किताब
वुडवर्ड ने अपनी किताब ‘फियर:ट्रंप इन द व्हाइट हाउस’ में ट्रंप के हवाले से कहा गया है, ‘‘भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मेरे एक मित्र है. उन्होंने (ट्रंप) कहा, ‘‘मैं उन्हें बहुत पसंद करता हूं.’’ पुस्तक ने विवाद खड़ा कर दिया था क्योंकि ऐसा बताया जाता है कि इसमें ट्रंप को अराजक,अस्थिर और गलत तरीके से पेश किया गया था.


व्हाइट हाउस हुई थी मोदी-ट्रंप बैठक
वुडवर्ड के अनुसार ट्रंप ने पिछले साल 19 जुलाई को व्हाइट हाउस में सिचुऐशन रूम में एक बैठक के दौरान यह बात कही थी. इससे करीब तीन सप्ताह पहले 26 जून को व्हाइट हाउस में मोदी के साथ ट्रंप की एक बैठक हुई थी.


मोदी ने अफगान नीति पर दिया था ज्ञान
19 जुलाई की बैठक के दौरान ट्रंप के हवाले से कहा गया, ‘‘उन्होंने (मोदी) मुझे बताया कि अमेरिका को अफगानिस्तान से कुछ भी नहीं मिला है. कुछ भी तो नहीं. अफगानिस्तान में बड़े पैमाने पर खनिज संपदा है.’’


अमेरिका की खुली थी आंखें
ट्रम्प ने कहा, "अमेरिका को अफगानिस्तान के कुछ मूल्यवान खनिजों को बदले में लाने की जरूरत है. जब तक हम खनिज नहीं पाते हैं तब तक मैं कोई समझौता नहीं कर रहा हूं. अमेरिका को पाकिस्तान को तब तक भुगतान करना बंद करना चाहिए जब तक कि वो सहयोग नहीं करते है.’’


इसी के बाद ट्रंप ने पाक को कहा था ना
इसके छह महीनों बाद ट्रंप ने नए साल यानी एक जनवरी के दिन किये ट्वीट में पाकिस्तान को सभी तरह की सैन्य सहायता रोकने की घोषणा की थी और कहा था कि पाकिस्तान अपनी सरजमीं से आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है और जब तक वो ऐसा नहीं करता, उसे सहायता नहीं दी जाएगी.


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