Boeing-747: आसमान की रानी कहे जाने वाले जंबो जेट बोइंग 747 विमान की आखिरी विदाई होने जा रही है. कंपनी आखिरी डिलीवरी करने के तैयारी में है. इसके आखिरी मालवाहक (freighter) प्लेन की डिलीवरी आज यानी मंगलवार को एटलस एयर (Atlas Air) कंपनी को की गई. इसके शुरू होने के 53 साल बाद कंपनी ने इसका प्रोडक्शन बंद कर दिया है. यह विमान अपने आकार और लक्जरी होने के कारण खूब सुर्ख़ियों में रहा लेकिन अब देखने को नहीं मिलेगा.
जंबो जेट बोइंग 747 विमान विश्व का सर्वाधिक पहचाना जाने वाला वायुयान है. भारत में भी यह बेहद ही लोकप्रिय रहा. इसी विमान के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन (17 सितंबर 2022) पर अफ्रीकी देश नामीबिया से 8 चीते भारत लाए गए. पहली बार भारत में 1971 में लाया गया था. तब एयर इंडिया ने पहला बोइंग 747 विमान खरीदा था.
बता दें कि इस लक्जरी विमान की पहली उड़ान 9 फरवरी 1969 में हुई थी. इसी विमान का एक वैरिएंट बोईंग वीसी-25 अमेरिकी राष्ट्रपति का एयरफोर्स वन विमान बनता है. इस विमान को 3 लोग मिलकर उड़ाते हैं पहला कैप्टन, दूसरा फ्लाइट ऑफिसर और तीसरा फ्लाइट इंजीनियर. इस विमान को अपने हिसाब से डिजाइन किया जा सकता था जिससे कि इसे रेस्तरां या होटल का रूप दिया जा सकता था.
जंबो जेट में यह भी है खास
जंबो जेट के नाम से फेमस इस विमान में एक साथ 600 यात्री तक यात्रा कर सकते हैं. यह चौड़ी बॉडी और चार इंजन वाला विमान है जिसे सबसे पहले 1969 में लाया गया था. बोइंग 747 का जन्म व्यापारिक आवश्यकता के चलते हुआ था, ताकि यात्री बिना रुके लंबी दूरी का सफर तय कर सकें. हालांकि, इसकी आवश्यकता तब समाप्त हो गई जब इसकी तुलना में छोटे मगर ईंधन कुशल विमानों ने भी इस कार्य को अंजाम देना शुरू कर दिया.
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