ईरानी विमान को लेकर पाकिस्तान से आया अलर्ट, भारत-चीन में मचा हड़कंप, पढ़ें सुखोई की एंट्री से लेकर ग्वांग्झू में लैंडिंग तक की पूरी कहानी
Iranian Passenger Jet: ईरान के एक पैसेंजर जेट में बम होने की सूचना मिलने बाद भारत से लेकर चीन तक हड़कंप मच गया. पाकिस्तान के लाहौर एटीसी ने ईरानी विमान में बम होने की सूचना दी थी.
Bomb Threat in Iranian Jet: ईरान (Iran) के एक पैसेंजर जेट (Iranian Passenger Jet) में बम होने की सूचना (Bomb Threat) मिलने बाद भारत (India) से लेकर चीन (China) तक हड़कंप मच गया. सोमवार (3 अक्टूबर) को सुबह पाकिस्तान (Pakistan) के लाहौर एटीसी (Lahore ATC) ने ईरानी विमान में बम होने की सूचना दी थी. इसके बाद ईरानी विमान ने दिल्ली (Delhi) में लैंड करने की इजाजत मांगी.
पाकिस्तान की ओर से बम की धमकी की सूचना मिलने के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसिया चौकन्नी हो गईं और ईरानी विमान को दिल्ली में लैंड करने की इजाजत नहीं दी गई. महान एयरलाइंस (Mahan Airlines) के विमान का पायलट दिल्ली में लैंड करने पर अड़ा रहा. भारत की ओर से ईरानी विमान को जयपुर या चंडीगड़ में लैंड करने की इजाजत दी गई थी लेकिन उसके पायलट ने दोनों में से किसी भी एयरपोर्ट पर विमान डायवर्ट करने से मना कर दिया.
तेहरान से दी गई ये जानकारी
कुछ देर बार तेहरान से भारत को सूचना दी गई कि बम की धमकी की सूचना फर्जी है, इसे नजरअंदाज किया जाए. तेहरान से कॉल आने पहले भारतीय वायुसेना के सुखोई विमान एक निश्चित दूरी के साथ ईरानी विमान का पीछा करते रहे. बम की खबर फर्जी बताए जाने पर भारतीय वायुसेना के विमान ईरानी जेट को अपने हवाई क्षेत्र से बाहर छोड़ आए. इसके बाद ईरानी यात्री विमान अपने गंतव्य चीन की ओर बढ़ गया. बाद में सूचना आई कि ईरानी विमान के चीन के ग्वांग्झू में सुरक्षित लैंड कर लिया है.
महान एयरलाइंस ने क्या कहा?
इस पूरी अफरा-तफरी में नागरिक उड्डयन मंत्रालय और नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो ने साझा रूप से निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार कार्रवाई की. पुरे घटनाक्रम को लेकर महान एयरलाइंस के जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि एयरबस 340 में बम होने की अफवाह उड़ी थी जोकि तेहरान से चीन के ग्वांग्झू जा रहा था.
जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि जैसे ही पायलट को विमान में बम होने आशंका के बारे में पता चला तो उसने तुरंत एयरलाइंस के ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर से संपर्क साधा, जिसके बाद पता चला कि बम होने की सूचना पूरी तरह से फर्जी है. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है जैसे कि सुरक्षा और शांति को भंग करने के मकसद से ऐसी अफवाह उड़ाई गई.
ये भी पढ़ें-