(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Booster Dose: अमेरिका की सबसे बड़ी रिसर्च में बुस्टर डोज़ के असर को लेकर खुलासा, जानिए ओमिक्रोन के खिलाफ कैसी है इसकी सुरक्षा
Booster Dose News: ओमिक्रॉन के खिलाफ टीके की सुरक्षा को देखने वाले पहले बड़ा अमेरिकी अध्ययन में बूस्टर डोज एंटीबाडी के स्तर को बढ़ाने की बात करता है.
Booster Dose: शुक्रवार को जारी किए गए तीन अध्ययन इस बात के सबूत देते हैं कि कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज एंटीबाडी के स्तर को बढ़ाने में सक्षम है. स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि ओमिक्रॉन के खिलाफ टीके की सुरक्षा को देखने वाला ये पहले बड़ा अमेरिकी अध्ययन रहा है.
जारी किए गए अध्ययनों के पेपर्स पिछले रिसर्च जो जर्मनी, दक्षिण अफ्रीका और यूके के रहे उन्हें सही ठहराते हैं. अध्ययनों के मुताबिक कोरोना वैक्सीन की दो डोज ओमिक्रोन संक्रमण के खिलाफ कम प्रभावी हैं लेकिन बूस्टर डोज एंटीबाडी के स्तर को बढ़ाने से काफी प्रभावी साबित होती है.
इन लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की नहीं पड़ रही जरूरत
जानकारी के मुताबिक तीन अध्ययनों में पहला अध्ययन अगस्त से इस महीने तक 10 राज्यों में अस्पताल में भर्ती और इमरजेंसी में भर्ती मरीजों के आधार पर किया गया है. इसमें ये पाया गया कि, COVID-19 से जुड़े मरीजों को अस्पताल तक पहुंचने में फाइजर या मॉडर्न टीके की तीन खुराक रोक रही हैं. यानी कि जिन लोगों ने कोरोना की दो खुराक और बूस्टर डोज लिया है उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ रही.
दूसरे और तीसरा अध्यय कहता ये
दूसरा अध्ययन अप्रैल की शुरुआत से क्रिसमस तक 25 राज्यों में COVID-19 मामले और मृत्यु दर पर केंद्रित था. जिन लोगों को बूस्ट किया गया था उनके पास कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ सुरक्षा थी. ऐसा ही तीसरे अध्ययन में पाया गया. शोधकर्ताओं ने तीसरे अध्ययन में कहा कि जिन लोगों को वैक्सीन की दो डोज और बूस्टर डोज लगी हुई हैं और उन्हें पहले कोरोना का संक्रमण हुआ था उनमें एंटीबाडी का स्तर उन लोगों के मुकाबले बेहतर रहा जिन्होंने दो डोज तो लिए थे लेकिन बूस्टर डोज नहीं लिया.
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