(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Omicron Variant: एस्ट्राजेनेका की बूस्टर डोज ओमिक्रोन के खिलाफ उच्च एंटीबॉडी बनाने में प्रभावी, स्टडी में हुआ खुलासा
Omicron Variant: दवा निर्माता कंपनी एस्ट्राजेनेका का कहना है कि कोरोना संक्रमण के नए ओमिक्रोन वेरिएंट के खिलाफ उनकी कोविड वैक्सीन वैक्सजेव्रिया (Vaxzevria) की बूस्टर डोज काफी ज्यादा प्रभावी है.
Omicron Variant: दुनियाभर में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैलता दिख रहा है. कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के बीच कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन ने सभी को परेशानी में डाल दिया है. फिलहाल कई देशों में अब कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लगाई जा रही कोविड वैक्सीन की तीसरी डोज को बूस्टर डोज के रूप में दिया जा रहा है. जिस पर कई स्टडी में खुलासा किया गया है कि कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज कोरोना संक्रमण को रोकने में कामयाब है.
इसी बीच दवा निर्माता कंपनी एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) ने गुरुवार को अपने COVID-19 वैक्सीन वैक्सजेव्रिया (Vaxzevria) पर किए गए एक टेस्ट के प्रारंभिक आंकड़ों के बारे में जानकारी दी है. जिसमें एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) ने बताया है कि जब वैक्सजेव्रिया (Vaxzevria) कोविड वैक्सीन को तीसरी बूस्टर के तौर पर दिया जा रहा है ते यह ओमिक्रोन (Omicron) वेरिएंट और बीटा, डेल्टा, अल्फा और गामा सहित अन्य के खिलाफ एक उच्च एंटीबॉडी प्रतिक्रिया उत्पन्न कर रही है.
फिलहाल ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की ओर से किए गए अध्ययन से ये बात सामने आई है. एस्ट्राजेनेका ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के साथ इस वैक्सीन को विकसित किया है, और पिछले महीने प्रयोगशाला में किए अध्ययनों में पाया गया कि वैक्सज़ेवरिया की तीसरी खुराक तेजी से फैल रहे नए ओमिक्रोन (Omicron) वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी है.
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ऑक्सफोर्ड वैक्सीन ग्रुप के प्रमुख एंड्रयू पोलार्ड का कहना है कि 'इन महत्वपूर्ण अध्ययनों से पता चलता है कि एक ही टीके की दो शुरुआती खुराक के बाद या एमआरएनए या निष्क्रिय टीकों के बाद वैक्सजेवरिया की तीसरी खुराक, सीओवीआईडी -19 के खिलाफ प्रतिरक्षा को मजबूती से बढ़ाती है.'
बता दें कि इससे पहले दिसंबर में एक प्रमुख ब्रिटिश परीक्षण में पाया गया कि एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन ने अपनी वैक्सीन या फाइजर के साथ प्रारंभिक टीकाकरण के बाद बूस्टर के रूप में दिए जाने पर एंटीबॉडी में वृद्धि की, जो एमआरएनए तकनीक पर आधारित है. हालांकि, अध्ययन ने निष्कर्ष निकाला कि फाइजर और मॉडर्ना द्वारा बनाए गए एमआरएनए टीकों ने बूस्टर खुराक के रूप में दिए जाने पर एंटीबॉडी को सबसे बड़ा बढ़ावा दिया.