ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का भारत का दौरा 21 अप्रैल से शुरू हो रहा है, लेकिन भारत आने से पहले बोरिस एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं और विपक्ष एक बार फिर उनके इस्तीफे की मांग करने लगा है. रिपोर्ट के मुताबिक, जॉनसन पर पार्टीगेट स्कैंडल से जुड़े एक नए मामले में विपक्ष घेर रहा है.
क्या है पार्टीगेट स्कैंडल
दरअसल, कोरोना वायरस के दौरान ब्रिटेन में लगातार बढ़ते संक्रमितों की वजह से वहां लॉकडाउन लगा दिया गया था. सभी के लिए नियम का पालन अनिवार्य था. आरोप है कि उस समय एक जॉनसन ने नियम तोड़कर कई पार्टियां कीं. नया मामला नवंबर 2020 में 10 डाउनिंग स्ट्रीट से संचार निदेशक ली केन की विदाई को लेकर की गई पार्टी से जुड़ा है. बोरिस जॉनसन पर आरोप है कि यह पार्टी उन्हीं की शह पर हुई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस अभी ऐसी 12 लॉकडाउन पार्टियों की जांच कर रही है और माना जा रहा है कि इनमें से करीब 6 पार्टियां बोरिस जॉनसन से जुड़ी हुई हैं.
रेनर ने मांगा इस्तीफा
इस बीच पहले से ही जॉनसन के इस्तीफे की मांग कर रहे विपक्ष ने अपना विरोध तेज किया है। लेबर पार्टी की उप नेता एंजेला रेनर ने कहा है कि पीएम न केवल पार्टियों में शामिल हुए बल्कि आयोजन पर भी जोर दिया था. रेनर ने जॉनसन पर आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम ने हर कदम पर देश के लोगों को भटकाया है. जब ब्रिटेन के लोग कोरोना संकट में बलिदान दे रहे थे और घरों में कैद थे तब जॉनसन कानून तोड़ रहे थे. रेनर ने इस हरकत को पीएम कार्यालय का अपमान बताया और कहा कि देश को बेहतर नेतृत्व की जरूरत है.
लग चुका है जुर्माना
बता दें कि बोरिस जॉनसन पर इसी तरह की एक पार्टी करने के आरोप में फाइल लग चुका है. सूत्रों के मुताबक, यह पार्टी जून 2020 में उनके जन्मदिन पर हुई थी जब उनकी पत्नी कैरी कैबिनेट हाउस में एक केक लेकर आई थीं. इस मामले में कैरी और ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक पर भी जुर्माना लगाया गया था.
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