(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कई देशों में रोक के बीच बोरिस जॉनसन बोले- एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन सुरक्षित, भारत भी कर रहा है उत्पादन
एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन पर स्वीडन, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, इटली, नार्वे और आइसलैंड समेत कई देशों ने रोक लगा दी है.
लंदन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मंगलवार को कहा कि ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और बायो-फार्मास्यूटिकल्स कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित कोविड-19 का टीका सुरक्षित है और यह बखूबी काम कर रहा है. उन्होंने यह टीका लगाये जाने के बाद रक्त के थक्के जमने की खबरें आने के बाद यह कहा है.
प्रधानमंत्री जॉनसन ने ‘द टाइम्स’ के एक संपादकीय में लिखा है, ‘‘...यह टीका ईजाद किये जाने के महज छह महीने बाद ही भारत सहित कई देशों में उत्पादित किया जा रहा है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘टीका (ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका) सुरक्षित है और अब सिर्फ छह महीने बाद भारत से लेकर अमेरिका तक और ब्रिटेन सहित कई स्थानों पर इसे बनाया जा रहा है तथा दुनिया भर में इसका उपयोग हो रहा है.
रक्त का थक्का जमने के दुष्प्रभाव की चिंताओं के साथ स्वीडन, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, इटली, नार्वे और आइसलैंड सहित कई यूरोपीय देशों द्वारा इसका इस्तेमाल अस्थायी तौर पर रोके जाने के मद्देनजर उनकी यह टिप्पणी आई है.
कुछ एशियाई और अफ्रीकी देशों ने भी चिंता प्रकट की है. कांगो और थाईलैंड ने इसकी खुराक देनी बंद कर दी है. हालांकि, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ नियामक तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस टीके के उपयोग का समर्थन किया है.
यूरोपीय संघ औषधि नियामक का दावा यूरोपीय औषधि एजेंसी के प्रमुख ने कहा है कि इस बारे में कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं कि एस्ट्राजेनेका टीके लगवाने के बाद रक्त के थक्के जम गये. एमर कूक ने मंगलवार को कहा कि एजेंसी इस बात से पूरी तरह से सहमत है कि एस्ट्राजेनेका की खुराक खतरों को कम कर देती है, हालांकि इस बारे में आकलन जारी है.
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