रूस- यूक्रेन युद्ध का आज 27वां दिन है. रूस द्वारा यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में लगातार बमबारी की जा रही है. बमबारी के बीच सैकड़ों लोग मारे जा रहे हैं इसकी खबरें हमें हर दिन मिल रही हैं. ऐसे में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान की बमबारी और होलोकास्ट से बच जाने वाले बोरिस रोमनचेंको की इस बमबारी में मौत हो गई है. 


रूसी बमबारी की चपेट में आने से हुई मौत


बुचेनवाल्ड स्मारक ने सोमवार को जारी एक बयान में 96 वर्षीय बोरिस रोमनचेंको की मौत की सूचना देते हुये कहा कि हम इस हिंसा में रूसी बमबारी की चपेट में आ जाने से उनकी दुखद मौत की सूचना देते हैं. आपको बता दें कि बोरिस द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजियों के बुचेनवाल्ड एकाग्रता शिविर से बचने वाले लोगों में से थे.


वह उसी युद्ध में डोरा-मित्तलबाउ एकाग्रता शिविर में बच गये थे लेकिन पिछले हफ्ते रूसी बॉंबिंग की चपेट में आ जाने से उनकी मौत हो गई थी. जब युद्ध से तबाह यूक्रेन के खार्किव शहर में उनके साधारण फ्लैट में एक रूसी बम गिर गया था.  


पिछले महीने रूस ने किया था हमला


आपको बता दें कि रूस ने यूक्रेन पर पिछले महीने 24 फरवरी को हमला कर दिया था. ऐसे में यूक्रेन और रूस की जंग को करीब एक महीना होने वाला है. ऐसे में अब यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की ने नाटो से यू्क्रेन को खुले तौर पर अपनाने या फिर न अपनाने को लेकर स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा है.


द कीव इंडिपेंडेंट के अनुसार, यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की ने यूक्रेनी सार्वजनिक प्रसारक सस्पिलने से साक्षात्कार में कहा, "नाटो को या तो अब कहना चाहिए कि वह हमें स्वीकार कर रहा है, या खुले तौर पर कहे कि वह हमें स्वीकार नहीं कर रहा है। वह वह रूस से डरते हैं, जो सच है."


नाटो पर नहीं डाल रहे यूक्रेन को सदस्य बनाने का दबाव- जेलेंस्की


इसके अलावा अब से करीब दो सप्ताह पहले ज़ेलेंस्की ने कहा था कि वह अब यूक्रेन के लिए नाटो की सदस्यता हासिल करने पर दबाव नहीं डाल रहे हैं. ज़ेलेंस्की ने एबीसी न्यूज पर प्रसारित एक साक्षात्कार में कहा था कि नाटो यूक्रेन को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है. राष्ट्रपति ने कहा, "गठबंधन (नाटो) विवादास्पद चीजों और रूस के साथ टकराव से डरता है." गौरतलब है कि रूस ने कहा है कि वह नहीं चाहता कि पड़ोसी यूक्रेन नाटो में शामिल हो.


द कश्मीर फाइल्स देखने के बाद की नारेबाजी, महाराष्ट्र के अमरावती में दो गुटों में मारपीट, 15 युवक गिरफ्तार


राष्ट्रपति जेलेंस्की बोले- NATO को मान लेना चाहिए कि वह रूस से डरता है, इसलिए नहीं कर रहा यूक्रेन को स्वीकार