(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
क्यों पुतिन का अपना ही ब्रह्मास्त्र हो गया फेल! किंजल मिसाइल क्यों नहीं है प्रभावी
Brahmos vs Kinjal: इंडियन एयर फोर्स के रिटायर्ड ऑफिसर और आर्मी एनालिस्ट विजेंद्र ठाकुर ने बताया कि यूक्रेन के जनरल स्टाफ के आंकड़ों ने भी ओनेक्स मिसाइल को ज्यादा प्रभावशाली बताया है.
Russia Ukraine War: रूस यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेन ने रूस के रक्षा उद्योग को बड़े पैमाने पर प्रभावित किया है. रूस को बड़े पैमाने पर हथियारों का नुकसान हुआ और अब उसे हथियारों के पार्ट्स को बनाने में देरी हो रही है. इस देरी के लिए रूस अपने मित्र देशों की मदद भी ले रहा है, जिसमें चीन और ईरान सबसे आगे हैं.
रूस अपने मित्र देशों के साथ मिलकर बनाई हुई मिसाइल का इस्तेमाल कर रहा है, जिसमें से एक है रूसी ओनिक्स क्रूज मिसाइल. इसका एनालॉग भारतीय ब्रह्मोस मिसाइल जैसा है. ओनेक्स मिसाइल में यूक्रेन के एयर डिफेंस पर निशाना लगाते हुए एकदम सटीक हमले किए हैं जबकि दुनिया की सबसे तेज मिसाइल कहीं जाने वाली किंजल भी उतनी प्रभावशाली नहीं दिखी.
यूक्रेन ने की ओनेक्स की तारीफ
इंडियन एयर फोर्स के रिटायर्ड ऑफिसर और आर्मी एनालिस्ट विजेंद्र ठाकुर के हवाले से यह बताया गया कि यूक्रेन के जनरल स्टाफ के आंकड़ों ने भी ओनेक्स मिसाइल की तारीफ की है. इस मिसाइल में उनके एयर डिफेंस को एकदम सटीक भेदा है और ओनिक्स के खिलाफ यूक्रेन एयर डिफेंस की मारक क्षमता महज 5.7 फीसदी रही है.
ओनिक्स से बेहतर नहीं रहा किसी का प्रदर्शन
भारतीय एनालॉग वाली रूस की ओनिक्स से बेहतर प्रदर्शन करने वाली KH - 22 (0.55%) और इस्कंदर M (4.31%) है. विजेंद्र ठाकुर का कहना है कि रूस के पास अन्य मिसाइल तो है, लेकिन वह ओनिक्स की तुलना में यूक्रेनी एयर डिफेंस को निशाना बनाने में उतनी प्रभावी नहीं है. रूस के पास इसमें KH - 35, किंजल हाइपरसोनिक एयरो बैलिस्टिक मिसाइल, इस्कंदर -K शर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल और कैलिबर क्रूज मिसाइल शामिल है, लेकिन ये उतनी प्रभावशाली नहीं है.
दुश्मन के युद्धपोतों पर सटिक निशाना लगाने के लिए बनाई गई ओनिक्स
बात पी -800 ओनिक्स की करें तो यह एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है, जिसे मशीनोंस्ट्रेनियां के टैक्टिकल मिसाइल आर्म्स ऑपरेशन में बनाया है. इस मिसाइल का इस्तेमाल खास तौर पर दुश्मन के युद्धपोतों से लड़ने और इलेक्ट्रॉनिक काउंटरमेशर्स को खत्म करने के लिए बनाया गया है.