(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Brazil: पूर्व राष्ट्रपति बोलसोनारो के समर्थकों का पुलिस मुख्यालय पर हमला, बसों और कारों को किया आग के हवाले, जानें क्या है विवाद की जड़
Brazil की राजधानी ब्रासीलिया में बोलसोनारो के समर्थकों ने संघीय पुलिस मुख्यालय पर हमला कर दिया. समर्थकों ने ब्राजील के झंडे शरीर पर लपेटे हुए थे.
Bolsonaro Supporters Protest: ब्राजील के राष्ट्रपति चुनाव में वामपंथी नेता लूला डा सिल्वा (Lula Da Silva) ने दक्षिणपंथी बोलसोनारो (Bolsonaro) को हरा दिया है. लूला को चुनाव में 50.9 फीसदी वोट मिले हैं जबकि बोलसोनारो को 48 फीसदी वोट मिले. वहीं अब बोलसोनारो और उनके समर्थक इस हार को नहीं पचा पा रहे हैं. उन्होंने हार स्वीकार नहीं की है और न ही जीते हुए राष्ट्रपति लूला डा को बधाई दी है. हालात तो अब ये हो गए हैं कि बोलसोनारो के समर्थकों ने ब्राजील में हिंसक प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्राजील (Brazil) की राजधानी ब्रासीलिया (Brasilia) में बोलसोनारो के समर्थकों ने संघीय पुलिस मुख्यालय पर हमला कर दिया. समर्थकों ने ब्राजील के झंडे शरीर पर लपेटे हुए थे. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए स्टन ग्रेनेड और आंसू गैस के गोले छोड़े. इसके बाद, बोलसोनारो के समर्थकों ने आसपास की बसों और कारों में आग लगा दी.
अदालत ने लगाई थी लूला डा की जीत पर मुहर
इस पूरी घटना पर संघीय पुलिस ने कहा कि मुख्यालय के पास सुरक्षाबलों की मदद से स्थिति को नियंत्रण में करने की कोशिश की गई. इससे पहले सोमवार को, संघीय चुनावी अदालत ने राष्ट्रपति के रूप में बोलसोनारो के वामपंथी प्रतिद्वंद्वी लूला डा सिल्वा की 30 अक्टूबर की चुनावी जीत को प्रमाणित किया था. वहीं, अभी तक बोलसोनारो ने न तो लूला से हार मानी है और न ही उन्होंने औपचारिक रूप से सत्ता का हस्तांतरण किया है.
राजमार्गों को किया ब्लॉक
पूर्व राष्ट्रपति के कुछ सबसे कट्टर समर्थकों ने विरोध में राजमार्गों को ब्लॉक कर दिया और सेना की बैरकों के सामने डेरा डाल दिया. इसी के साथ, बोलसोनारो के समर्थकों ने लूला को कार्यालय से बाहर करने के लिए एक सैन्य तख्तापलट की मांग की.
लूला का विवादों से रिश्ता
बोलसोनारो को राष्ट्रपति चुनाव में हराने वाले लूला डा सिल्वा का विवादों से गहरा रिश्ता रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, लूला 2017 में सरकारी तेल कंपनी पेट्रोब्रास में व्यापक "ऑपरेशन कार वॉश" जांच से उपजे आरोपों में भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के लिए दोषी ठहराए गए थे. हालांकि, दो साल से कम समय के बाद सुप्रीम कोर्ट के एक न्यायाधीश ने मार्च 2021 में लूला की सजा को रद्द कर दिया था जिससे उनके लिए छठी बार राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया था.
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