Brazil Protest: ब्राजील में बोल्सोनारो समर्थकों ने लांघी सीमा ! SC और राष्ट्रपति भवन में घुसे, जानिए विवाद से जुड़ी 10 बड़ी बातें
दक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील में रविवार को भारी हिंसा हुई, देश के कई हिस्सों में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई. इस हिंसा में अभी तक कुल 46 लोग घायल हुए हैं.
Brazil Riots: दक्षिण अमेरिकी देश ब्राजील में रविवार (8 जनवरी) को भारी हिंसा हुई. देश के कई हिस्सों में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई. इस झड़प में कुल 46 प्रदर्शनकारी गंभीर रुप से घायल हो गए. ये प्रदर्शनकारी ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थकों बताए जाते हैं. रविवार को इन प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़ दिये औप राष्ट्रपति भवन में घुस गए.
ब्राजील में हुए इस अप्रत्याशित विरोध के बाद सुप्रीम कोर्ट एक्शन में आ गया. उसने प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा करने में विफल रहने के कारण ब्रासीलिया के गवर्नर को तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया.
आइये जानते हैं इस मामले से जुड़ी 10 बड़ी बातें...
1. रविवार को करीब 3 हजार प्रदर्शनकारी लूला के ब्राजील के राष्ट्रपति चुने जाने के विरोध में सड़कों पर उतर आए और प्रदर्शन करते हुए वह देश के राष्ट्रपति भवन, सुप्रीम कोर्ट और कांग्रेस में घुस गए.
2. ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने दंगे के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाने की बात कही. उन्होंने इस मामले की जांच सक्षम अधिकारियों को करने का आदेश देते हुए सभी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा है.
3. सुप्रीम कोर्ट के एक्शन के पहले राष्ट्रपति लूला ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने राजधानी में सुरक्षा बलों की संख्या को आउटनंबर्ड कर दिया था. जिस वजह से ऐसी घटना हुई. उन्होंने इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने प्रतिद्वंदी बोल्सोनारो पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि उन्होंने राजधानी में पर्याप्त सुरक्षा में जानबूझ कर कमी रखी.
4. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक लूला ने कहा कि ये देश के इतिहास में हुई बहुत ही बर्बर घटना है. यह फासीवाद का चरम है. मैं इन प्रदर्शनकारियों को नाजियों से कम नहीं मानता हूं. जिन लोगों ने ऐसा किया है उनको ढूंढ़ा जाएगा और उनको दंडित किया जाएगा.
5. बोल्सोनारो ने अपने कार्यकाल के दौरान बार -बार ब्राजील के संप्रभु संस्थानों की प्रभाविता पर सवाल उठाया था. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट राजनीतिक रूप से उनके खिलाफ है.
6. पिछले साल अपने वामपंथी प्रतिद्वंद्वी लूला ने बोल्सोनारो को चुनौती दी. बोल्सोनारो के समर्थकों ने देश के सुपीरियर इलेक्टोरल कोर्ट में शिकायत दर्ज कर चुनाव परिणामों के सत्यापन की मांग की थी.
7. ब्राजील में हुई कूप की घटना के बाद लूला के समर्थक अमेरिका पर बोल्सोनारो को ब्राजील प्रत्यर्पित करने की मांग कर रहे हैं ताकि वह वह सवालों का सामना कर सकें. बोल्सोनारो इस समय अमेरिका के फ्लोरिडा में रह रहे हैं.
8. बोल्सोनारो के समर्थकों के लिए ब्राजील के मौजूदा राष्ट्रपति लूला एक भ्रष्ट व्यक्ति हैं. उनका मानना है कि लूला को जेल में होना चाहिए न कि राष्ट्रपति भवन में. लूला 2017 में भ्रष्टाचार के आरोप में जेल गए थे और दोष सिद्ध होने से पहले उन्होंने 18 महीने जेल में बिताए थे.
9. बोल्सोनारो के समर्थक ब्राजील को बचाने के लिए वहां पर सैन्य हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं. उनके समर्थकों लूला को मिलिट्री कूप के जरिए उनको पद से हटाने की मांग कर रहे हैं.
10. लूला ने 1 जनवरी को तीसरे कार्यकाल के लिए ब्राजील के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी और वह ब्राजील के 39वें राष्ट्रपति बने थे. इसके बाद से वहां पर बोल्सोनारो समर्थक उग्र हो गये और उन्होंने इसके खिलाफ विरोध करना शुरू कर दिया.