ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्री मार्सेलो क्विरोगा ने भारत बायोटेक के साथ कोवैक्सीन को लेकर हुई डील को रद्द करने की घोषणा मंगलवार को की है. दरअसल देश में इस डील पर काफी संदेह किया जा रहा था और डील में गड़बड़ी की बात सामने आई थी. इसी वजह से 32.4 करोड़ की इस डील को सस्पेंड कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक इस डील के चलते ब्राजील भारत बायोटेक से 2 करोड़ कोवैक्सीन खरीदता, लेकिन इस डील की जानकारी जब ब्राजील के लोगों को हुई तो उन्होंने राष्ट्रपति जायर बोल्सोनेरो पर भ्रष्टाचार को छुपाने के आरोप लगाए, जिस पर सरकार ने अपनी सफाई पेश की, लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ. इस वजह से आखिरकार ब्राजील सरकार ने इस डील को रद्द करने की घोषणा की.


इस मामले पर मार्सेलो क्विरोगा ने कहा कि 'हमने एक साधारण हल के रूप में सौदे को निलंबित कर दिया है और हमने पिछले सप्ताह एक प्रारंभिक जांच शुरू की है, जिसके लिए एक टीम भी बनाई है, हम इस प्रक्रिया में बहुत तेज होने की उम्मीद करते हैं, और हमें उम्मीद है कि 10 दिनों में हमारे पास इसका जवाब होगा'. वहीं माना जा रहा है कि जबतक इस मामले की जांच पूरी नहीं होती तब तक डील रद्द रहेगी.



जांच के चलते रद्द हुआ कॉन्ट्रैक्ट


बोल्सोनारो सरकार और ब्राजील की दवा कंपनी नीड मेडिसिन्स के सौदे की दलाली के बीच बातचीत सवालों के घेरे में रही है. वहीं जब से डील की बात सामने आई है ब्राजील सरकार निशाने पर है. इसी वजह से जांच के मद्देनजर वैक्सीन के कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर दिया गया है.


ब्राजील के राष्ट्रपति पर लगा भ्रष्टाचार का आरोप


ब्राजील के राष्ट्रपति बोल्सोनारो पर कोरोना वायरस की वैक्सीन खरीदने के सौदे में भ्रष्टाचार की अनदेखी करने का आरोप लगाया जा रहा है. साथ ही फाइज़र की वैक्सीन खरीदने की जगह महंगी कोवैक्सीन को खरीदने के फैसले पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं.


इसे भी पढ़ेंः


Covid Vaccination Update: देश में 60 साल से ज्यादा उम्र के 49 फीसदी लोगों को लगी पहली खुराक


रविशंकर प्रसाद और शशि थरूर का अकाउंट क्यों रहा बंद? संसदीय समिति ने Twitter से 2 दिनों के भीतर मांगा जवाब