Brazil Ban Telegram App: ब्राजील (Brazil) की एक अदालत ने बुधवार (26 अप्रैल) को मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम (Telegram) को देश भर में अस्थायी रूप से बैन कर दिया है. टेलीग्राम की पैरेंट कंपनी पर आरोप है कि उसने देश में चल रहे चरमपंथी और नव-नाजी समूहों से संबंधित जानकारी शेयर नहीं की है.


ब्राजील में नव-नाजी गतिविधियां सरकार के नजर में हैं. अदालत ने टेलीग्राम के तरफ से नव-नाजी गतिविधियों से जुड़ी जानकारी न साझा करने के आरोप में हर दिन टेलीग्राम पर $198,000 (1 करोड़ 61 लाख) का जुर्माना लगाया है. इस बात की जानकारी ब्राजील के न्याय मंत्री फ्लेवियो डिनो ने पत्रकारों को दी.


बच्चों के खिलाफ हिंसा बढ़ने का मामला
ब्राजील के न्याय मंत्री फ्लेवियो डिनो ने पत्रकारों को कहा कि टेलीग्राम पर एंटी-सेमिटिक फ्रंट और एंटी-सेमिटिक मूवमेंट नामक समूह काम कर रहे हैं. ये समूह बच्चों के बीच हिंसा बढ़ाने का काम करते है. ये बच्चों के खिलाफ भी हिंसा बढ़ाने में अहम किरदार निभाते है.


इसका ताजा उदाहरण इसी महीने के शुरुआत में देखा गया था, जब एक आदमी ने कुल्हाड़ी से चार और सात साल की उम्र के बीच के चार बच्चों को उनके स्कूल में घायल कर दिया. पिछले महीने, साओ पाउलो के एक स्कूल में एक 13 साल के लड़के ने चाकू से हमला कर एक शिक्षक की हत्या कर दी थी.
 
टेलीग्राम जांच में नहीं करना चाहती हेल्प
ब्राजील में बच्चों के बीच और उनके खिलाफ बढ़ते हिंसा को देखते हुए कोर्ट ने टेलीग्राम को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है. पिछले साल नवंबर में एक 16 साल की शूटर ने दक्षिण-पूर्वी राज्य एस्पिरिटो सैंटो के अराक्रुज़ में दो स्कूलों पर दोहरे हमलों में चार लोगों की हत्या कर दी और 10 से अधिक को घायल कर दिया था.


G1 समाचार पोर्टल ने पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया कि किशोर ने कथित तौर पर टेलीग्राम पर यहूदी-विरोधी समूहों के साथ बातचीत की थी. एस्पिरिटो सैंटो में फेडरल जस्टिस अथॉरिटी के एक दस्तावेज के अनुसार जांचकर्ताओं ने टेलीग्राम को दो कथित यहूदी-विरोधी समूहों के सदस्यों के व्यक्तिगत डेटा देने के लिए कहा था.


दस्तावेज़ में कहा गया है कि कंपनी ने केवल एक ग्रुप के एडमिनिस्ट्रेटर के बारे में डेटा दिया है, जिसमें कहा गया है कि टेलीग्राम की मंशा बता रही है कि वो जांच में सहयोग नहीं करना चाहती.


ये भी पढ़ें:Same Sex Marriage In World: दुनिया के कई देशों में भारत से पहले लागू किए जा चुके हैं समलैंगिक विवाह से जुड़े कानून, देखें तस्वीरों में