General Julio Cesar De Arruda: ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने राजधानी ब्राजीलिया में दंगे के दो हफ्ते बाद देश के सेना प्रमुख जूलियो सीजर डी अरुड को बर्खास्त कर दिया है. देश के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो का कार्यकाल खत्म होने से होने से ठीक पहले जनरल जूलियो सीजर डी अरुडा 30 दिसंबर को ब्राजील के अर्मी चीफ का पद संभाला था.
राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा ने कहा है कि उन्हें शक है कि सशस्त्र बलों के लोगों ने प्रदर्शनकारियों से मिलीभगत की थी. इसके अलावा राष्ट्रपति लूला ने ब्राजीलिया में दंगे होने के बाद हाल के दिनों में दर्जनों सैन्य अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया है.
ब्राजील में भड़के थे दंगे
बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थकों ने अपनी चुनावी हार को मानने से इनकार करते हुए ब्राजील की सुप्रीम कोर्ट, संसद और राष्ट्रपति भवन पर धावा बोल दिया था. इस दौरान बोल्सोनारो के समर्थकों ने ब्राजीलियन सेना के बनाए गए सुरक्षा घेरों को तोड़ दिया था.
बोल्सोनारो के समर्थक भड़के
दरअसल, ब्राजील में वामपंथी नेता लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा राष्ट्रपति बने हैं और यह न तो पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो को और न इनके समर्थकों को स्वीकार है. जनवरी 2003 से दिसंबर 2010 के बीच राष्ट्रपति रहे लूला ने 31 अक्टूबर 2022 को हुए चुनाव में बोल्सोनारो को हरा दिया था. उनके शपथ ग्रहण के एक हफ्ते बाद देश में दंगे भड़क उठे थे.
2,000 लोग हिरासत में
हिंसा में कई पुलिस अधिकारी घायल हो गए थे. दंगाई जबरन राष्ट्रपति भवन, कांग्रेस और सुप्रीम कोर्ट में घुस गए और वहां तोड़फोड़ की. यही नहीं बोल्सोनारो के समर्थकों ने सरकारी हथियार भी चुरा लिए थे. ब्राजील की पुलिस ने बताया कि लगभग 2,000 लोगों को हिरासत में लिया गया था, और लगभग 1,200 लोग गिरफ़्तार हैं.
जनरल अरुडा की जगह राष्ट्रपति लूला के करीबी एक सैन्य कमांडर जनरल टॉमस रिबेरो पाइवा को देश का आर्मी चीफ बनाया जा रहा है. उन्होंने इसी हफ्ते की शुरुआत में सैनिकों से राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम को स्वीकार करने का आग्रह किया गया था.
यह भी पढ़ें: बाइडेन के घर से 6 और गोपनीय दस्तावेज मिलने से सनसनी, राष्ट्रीय सुरक्षा से जुडे़ हैं दस्तावेज