BRICS summit 2024: यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने सोमवार (21 अक्टूबर) को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की इस बात के लिए आलोचना की कि उन्होंने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2024 के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है. जबकि यूक्रेन में युद्ध पर शांति शिखर सम्मेलन से दूर रहे.


यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने एक्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में कहा. "संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने स्विट्जरलैंड में पहले वैश्विक शांति शिखर सम्मेलन के लिए यूक्रेन के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया. हालांकि, उन्होंने युद्ध अपराधी पुतिन के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया. यह एक गलत विकल्प है, जो शांति के उद्देश्य को आगे नहीं बढ़ाता है. यह केवल संयुक्त राष्ट्र की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाता है."






रूस कर रहा है ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी
पुतिन मंगलवार (22 अक्टूबर) से रूसी शहर कज़ान में ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहे हैं. जिसका उद्देश्य गैर-पश्चिमी देशों की ताकत का प्रदर्शन करना है. भाग लेने वाले नेताओं में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हैं. इस महीने की शुरुआत में रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा था कि गुटेरेस ने पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा में मंत्री सर्गेई लावरोव से कहा था कि वह ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन में जाने का इच्छा रखते हैं. मामले पर संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता फरहम हक से जब सोमवार (21 अक्टूबर) को पूछा गया कि क्या गुटेरेस इसमें शामिल होंगे. तो उन्होंने कहा. "उनकी आने वाले दिनों की यात्राओं की घोषणा बाद में की जाएगी.


स्विट्ज़रलैंड में शांति शिखर सम्मेलन का आयोजन
इस साल जून में स्विट्ज़रलैंड के बर्गेनस्टॉक में 15-16 जून, 2024 को शांति शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था, जिसमें 90 से अधिक देश के नेता एक छत के नीचे मौजूद थे. जहां पर सभी एक स्वर में क्रेन पर रूस के आक्रमण की निंदा की और संघर्ष को समाप्त करने की बात कही. हालांकि रूस को आमंत्रित नहीं किया गया और इसे निरर्थक बताकर खारिज कर दिया गया. उसी वक्त गुटेरेस ने कहा था कि वह स्विस द्वारा आयोजित बैठक में शामिल नहीं होंगे. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्डोमिर ज़ेलेंस्की का कहना है कि वह साल के अंत तक दूसरा शिखर सम्मेलन आयोजित करना चाहते हैं. लेकिन रूस ने कहा है कि उसका इसमें भाग लेने का कोई इरादा नहीं है.


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