BRICS क्या है? कब हुई थी इसकी स्थापना और क्या है इसका असली मकसद?
BRICS Virtual Summit: ब्रिक्स की स्थापना साल 2006 में हुई थी. इस बार ब्रिक्स वर्चुअल शिखर सम्मेलन की मेजबानी चीन कर रहा है.
What Is BRICS: रूस और यूक्रेन में जारी जंग के बीच ब्रिक्स का वर्चुअल शिखर सम्मेलन (BRICS Virtual Summit) आयोजित किया जा रहा है. इस बार 23-24 जून को आयोजित ब्रिक्स सम्मेलन की मेजबानी चीन कर रहा है. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग, व्यापार, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा और वैश्विक अर्थव्यवस्था को 14वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (BRICS Summit) के एजेंडे में सबसे ऊपर रहने की उम्मीद जताई जा रही है. वहीं ब्रिक्स के विस्तार को लेकर भी इस सम्मेलन में चर्चा किए जाने की उम्मीद है. पीएम मोदी (PM Modi) भी इस वर्चुअल सम्मेलन में हिस्सा लेंगे.
चीन ब्रिक्स का विस्तार करने के लिए इच्छुक है और रूस समूह में नए सदस्यों को शामिल करने की चीन की पहल का समर्थन करता है. इस बार यूक्रेन-रूस में जंग, वैश्विक आर्थिक संकट को देखते हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन काफी अहम माना जा रहा है.
क्या है BRICS?
ब्रिक्स दुनिया की 5 प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं के संगठन का एक नाम है. इस संगठन में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं. ब्रिक्स के सदस्य अपने क्षेत्रीय मसलों पर अपने अहम प्रभाव के लिए जाने जाते हैं. ब्रिक्स को दुनिया की अग्रणी उभरती अर्थव्यवस्थाओं में जाना जाता है. ब्रिक्स शिखर सम्मलेन की अध्यक्षता हर साल इसके सदस्य राष्ट्रों की ओर से की जाती है. पांच देशों में से हर साल बदल-बदलकर इस सम्मेलन की मेजबानी करते हैं. इस बार वर्चुअल शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है और इसकी मेजबारी चीन कर रहा है.
BRICS की कब हुई थी स्थापना?
ब्रिक्स की स्थापना जून 2006 में हुई थी. पहले इसमें चार देश शामिल थे जिससे इसका नाम ब्रिक (BRIC) था. शुरुआत में इसमें ब्राजील, रूस, भारत और चीन शामिल थे. साल 2010 में इस संगठन में दक्षिण अफ्रीका भी शामिल हो गया. जिसके बाद इस संगठन का नाम बदल गया. ये BRIC से बदलकर BRICS हो गया. साल 2009 में पहला ब्रिक्स सम्मेलन आयोजित किया गया था. इस संगठन के और विस्तार की भी चर्चा है.
BRICS का क्या है मकसद?
ब्रिक्स (BRICS) संगठन एक बहुपक्षीय मंच है जिसमें दुनिया की 5 अहम उभरती हुई अर्थव्यवस्थाएं शामिल हैं. जिसमें दुनिया की जनसंख्या का 41 फीसदी, वैश्विक जीडीपी का करीब 24% और विश्व व्यापार में 16% भाग शामिल है. ब्रिक्स समिट में क्षेत्रीय मसलों के साथ वैश्विक मामलों पर भी चर्चा होती है. इसका अहम मकसद अलग-अलग क्षेत्रों में सदस्य राष्ट्रों के बीच पारस्परिक लाभकारी सहयोग को आगे बढ़ाना है ताकि इनके विकास को गति मिल सके. जलवायु परिवर्तन (Climate Change), आतकंवाद (Terrorism), विश्व व्यापार, ऊर्जा, आर्थिक संकट जैसे मसलों पर चर्चा होती रही है.
ये भी पढ़ें: